लखनऊ: राजधानी लखनऊ में दवा की दुकानें चार दिन तक बंद रहेंगी. दुकानें 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक बंद रहेंगी और तीन जनवरी को पहले की तरह खुलेंगी. इस दौरान फुटकर दवा की दुकानें सामान्य दिनों की भांति खुली रहेगी. केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी के अनुसार शीतकालीन अवकाश के तहत थोक दुकानें चार दिनों के लिए बंद की जा रही है.
लखनऊ में 1000 के करीब थोक दवा की दुकानें हैं, वहीं करीब 5000 के करीब फुटकर दवा की दुकानें हैं. थोक दुकानों से लखनऊ ही नहीं आसपास के जिलों में भी दवा की आपूर्ति होती है. रोजाना करोड़ों रुपये का कारोबार होता है. 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक थोक दवा की दुकानें बंद रहेंगी. केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी के मुताबिक दवा कारोबारी साल भर लगातार काम करते हैं. इसलिए हर साल 5 दिन सर्दियों में थोक दवा बाजार बंद किया जाता है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए 4 दिन थोक दवा की दुकानों को बंद रखने का फैसला किया गया है.
खुली रहेंगी फुटकर दुकानें
रस्तोगी ने बताया कि फुटकर दवा की दुकानें खुली रहेंगी. मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. जरूरत होने पर थोक दुकानें खोलकर भी आपूर्ति को बहाल किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि सभी फुटकर दुकानों को शीतकालीन अवकाश की जानकारी दे दी गई है, ताकि वह दबाएं मंगा लें. इसके अलावा सीएनएफ भी सामान्य दिनों की तहर खुले रहेंगे. उन्होंने बताया कि 3 जनवरी को थोक दवा बाजार खुलेगा.