लखनऊः देश में कोरोना वायरस के लगे लॉकडाउन से रोज कमाने खाने वालों के सामने रोजगार और पेट भरने की समस्या खड़ी हो गई है. ऐसे में मजदूर पैदल या किसी अन्य साधन से अपने घर को लौटने को मजबूर हो रहे हैं. नोएडा की एक कंपनी में काम करने वाले बिहार के 12 मजदूर साइकिल से घर की यात्रा पर निकल पड़े हैं. गुरुवार को ये मजदूर राजधानी लखनऊ पहुंचे और अब गोरखपुर के रास्ते बिहार जा रहे हैं.
बिहार निवासी राजकुमार नोएडा में एक निजी कंपनी में ठेके पर काम करते हैं. लॉकडाउन होने के बाद कंपनी अब इन्हें काम नहीं दे रही थी. इन्होंने बताया कि नोएडा में रहने के लिए न सुरक्षित ठिकाना था और न ही खाने-पीने का कोई इंतजाम. इसके बाद इन्होंने अपने साथियों को इकट्ठा किया और नोएडा से साइकिल से ही बिहार का सफर तय करना शुरु कर दिया. राजकुमार ने बताया कि चार दिन पहले सफर शुरू किया था और चार से पांच दिन के बाद वह बिहार पहुंच जाएंगे.
इसे भी पढ़ें- कोरोना लॉकडाउन में फंसे फ्रांसीसी नागरिक, भारत सरकार के निर्देशों के कर रहे अनुपालन
राजकुमार ने बताया कि जब ये लोग नोएडा से चले थे तो सभी ने जो बन पड़ा राशन इकट्ठा कर साइकिल पर रख लिया, जो कि अब खत्म होने लगा है. उनका कहना है कि रास्ते में कहीं भी खाने-पीने के लिए कोई व्यवस्था नहीं मिली. राजकुमार की मानें तो उनकी पहली प्राथमिकता किसी भी हाल में घर पहुंचने की है. भले ही केंद्र और राज्य सरकार ऐसे गरीब मजबूर की सहायता की बात करती हो, लेकिन नोएडा से इन मजदूरों को आधारभूत सुविधाओं के अभाव में बिहार का रुख करना पड़ा है.