लखनऊ: विकास नगर पुलिस ने फर्जीवाड़ा कर बैंक से लाखों का लोन लेने वाले पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी पति-पत्नी ने वर्ष 2018 प्रीति नगर का एक मकान बैंक कर्मचारियों को दिखाया था और मकान के फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर उस पर लाखों का लोन पास करा लिया था. लोन की किस्त न आने पर जब बैंक के प्रबंधक द्वारा जानकारी की गई तो सभी दस्तावेज फेक निकले. बैंक प्रबंधक द्वारा आरोपी पति-पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था.
दरअसल, मड़ियांव में किराये पर रह रहे आरोपी पति-पत्नी ने वर्ष 2018 में प्रीति नगर का एक मकान शिवालिक बैंक के कर्मचारियों को दिखाया था. यही नहीं उसी मकान का फर्जी दस्तावेज भी तैयार करा लिया था. फर्जी दस्तावेज पर शिवालिक बैंक ने पति-पत्नी के नाम पर लोन पास कर दिया. बैंक को भरोसे में लेने के लिए इन्होंने लोन की सात-आठ किस्त भी बैंक में जमा की, लेकिन उसके बाद किस्तें देना बंद कर दिया.
बैंक में लोन की किस्त न आने पर जब बैंक के प्रबंधक द्वारा जानकारी की गई तो सभी दस्तावेज फर्जी निकले. 2018 में ही बैंक प्रबंधक द्वारा मामले में विकास नगर थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया था. साथ ही बैंक प्रबंधक द्वारा इस लोन को पास करने वाले मैनेजर व कर्मचारियों को बैंक से निकाल दिया गया था. वहीं रविवार को पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को काकोरी के पावर हाउस के पास से गिरफ्तार कर लिया.
विकास नगर थाने के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि पकड़े गए जालसाज की पहचान प्रिया द्विवेदी और उसके पति सौरभ त्रिवेदी के रूप में हुई है, जो मूल रूप से हरदोई के रहने वाले हैं. यह लखनऊ में किराये का मकान लेकर निवास कर रहे थे. शिवालिक बैंक के मैनेजर की शिकायत पर वर्ष 2018 में इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था. तब से यह लोग फरार चल रहे थे. इस मामले में इनके गारंटर रूपेश सहाय को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि पकड़े गए जालसाज केवल एक ही जगह पर किराए पर मकान नहीं लिए हुए थे. बल्कि दो जगहों पर मकान किराये पर लेकर निवास कर रहे थे. जब पुलिस एक ही स्थान पर पहुंचती तो यह लोग उस स्थान से हटकर दूसरे स्थान पर भाग जाते थे. आज इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.