नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में फंसे मजदूर घर पहुंचने की आस लेकर रात के अंधेरे में निकल रहे हैं. कुछ ऐसा ही मामला आरके पुरम से सामने आया, जहां मजदूर उत्तर प्रदेश के बनारस के लिए पैदल ही चल पड़े. इनका कहना था कि अब उनके पास काम नहीं है तो दिल्ली में खाना और रहना दोनों ही मुश्किल हो रहा है.
टूट रहा सब्र का बांध
वहीं सरकार जरूरतमंदों की सहायता के दावे तो करती है, पर वह सब ऊंट के मुंह मे जीरे वाली कहावत साबित होते हैं. दूसरी ओर लगातार बढ़ रहे लॉकडाउन से मजदूरों का सब्र टूटने लगा है, जिस कारण वह रात के अंधेरे में ही घर के लिए निकले पर मजबूर हो रहे हैं.