लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गन्ना किसानों की समस्याओं और बकाये भुगतान को लेकर प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा को पत्र लिखकर सात सूत्रीय मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में अतिवृष्टि के चलते बर्बाद हुई गन्ने की फसल का समुचित मुआवजा किसानों को दिए जाने की बात कही है.
अजय कुमार लल्लू ने सरकार को पत्र में कहा कि बड़े पैमाने पर गन्ना उत्पादक करने वाले जिलों में अतिवृष्टि होने के चलते गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है. सरकारी सर्वेक्षण में भी इसे सही माना गया है, लेकिन अभी तक प्रभावित इलाकों के किसानों को सरकार की तरफ से किसी भी तरह की मदद का आश्वासन नहीं दिया गया.
उन्होंने कहा कि एक तरफ बकाये गन्ने का भुगतान अभी तक नहीं मिल पाया है तो वहीं दूसरी तरफ अतिवृष्टि और रेडरौट बीमारी से उनकी फसल नष्ट हो गई है. इसके चलते गन्ना किसान दोहरी मार झेल रहे हैं. प्रदेश में बंद पड़ी चीनी मिलों के चलते गन्ना बेचने में किसानों को असुविधा होने के साथ मिलों में बकाये गन्ने के भुगतान और उचित मूल्य न मिलने के चलते गन्ने की बुआई में लगातार कमी आ रही है. साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2017 से गन्ने का मूल्य नहीं बढ़ाया गया है, जबकि किसानों की लागत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है.
ये हैं मांगें-
- बन्द पड़ी चीनी मिलों को चलाया जाए.
- सरकारी सर्वेक्षण में फसल के नुकसान का मुआवजा दिया जाए.
- गन्ने को कृषि फसल बीमा योजना में शामिल करें.
- गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल किया जाना चाहिए.
- 2019 में न्यायालय में गन्ना आयुक्त की तरफ से दिये गये शपथ पत्र के अनुरूप गन्ना किसानों को तत्काल बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान किया जाए.
- बकाये गन्ना मूल्य पर ब्याज दिया जाए.
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