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महाकुंभ में टेस्टिंग लैब का शुभारंभ, चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफ तैनात - DEPUTY CM BRAJESH PATHAK

यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने केंद्रीय अस्पताल परिसर का किया निरीक्षण.

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पीओसीटी पैथोलॉजी लैब का शुभारंभ करते हुए.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पीओसीटी पैथोलॉजी लैब का शुभारंभ करते हुए. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 12 hours ago

लखनऊ: यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बुधवार को प्रयागराज में महाकुंभ परिसर के केंद्रीय अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग (पीओसीटी) पैथोलॉजी लैब का शुभारंभ किया. साथ ही केंद्रीय अस्पताल परिसर का निरीक्षण कर यहां भर्ती मरीजों से मुलाकात कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी हासिल की. यहां तैनात चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ को मरीजों की उचित देखभाल के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.

इस दौरान उन्होंने इस लैब को स्टेट ऑफ द आर्ट स्मार्ट सेंट्रल पैथोलॉजी लैब का नाम भी दिया. यह लैब पिछले महाकुंभ की तुलना में ढाई गुना अधिक क्षमता के साथ तैयार की गई है. उप मुख्यमंत्री ने बताया कि इस लैब में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इस हाईटेक लैब में शुगर, लिवर फंक्शन टेक्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, थायरॉइड, हीमोग्लोबिन, इलेक्ट्रोलाइट एवं इम्यून टेस्ट आदि महत्वपूर्ण जांच सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इस पूरी व्यवस्था को राउंड द क्लॉक संचालित किया जाएगा.

ब्रजेश पाठक ने केंद्रीय अस्पताल परिसर का निरीक्षण करते हुए.
ब्रजेश पाठक ने केंद्रीय अस्पताल परिसर का निरीक्षण करते हुए. (Photo Credit; ETV Bharat)

उन्होंने बताया कि यहां सौ से अधिक स्वास्थ्यकर्मी भी तैनात किए गए हैं. मरीज को उनकी स्वास्थ्य की रिपोर्ट व्हॉट्सएप अथवा एसएमएस के माध्यम से पेपरलेस तरीके से भेजा जाएगा, जिससे यह प्रक्रिया तेज, पारदर्शी एवं सुविधाजनक रहेगी. महाकुंभ परिसर में 12 सेक्टर अस्पताल भी स्थापित किए गए हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि महाकुम्भ में अब तक दस हजार से अधिक रोगियों का उपचार किया जा चुका है. महाकुम्भ के कोने-कोने में श्रद्धालुओं को उपचार मिल रहा है.



पूरी क्षमता से दौड़ रहा सब सेंट्रल हॉस्पिटल: अरैल स्थित 25 बेड वाला सब सेंट्रल अस्पताल भी अत्याधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस है. सेंट्रल हॉस्पिटल में नववर्ष के पहले ही दिन 900 मरीजों की ओपीडी की गई थी. केंद्रीय अस्पताल में तीन बच्चे (कुम्भ, गंगा और जमुना प्रसाद) का जन्म हुआ है. तीनों ही जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं और चिकित्सकीय देखरेख में हैं. सभी मरीजों को उच्च गुणवत्तापरख इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है.



मरीजों को मिले उचित उपचार, हमारी संयुक्त जिम्मेदारी: केंद्रीय अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मरीजों से भी बातचीत की. उनसे अस्पताल परिसर की स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पता किया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि महाकुंभ परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को उच्च स्तर का स्वास्थ्य लाभ मिले, यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है. अस्पताल आने वाले किसी भी मरीज को वापस न किया जाए. उनका उपचार कर, दवाएं उपलब्ध कराने के बाद ही भेजा जाए. समीक्षा बैठक में एडिशनल डायरेक्टर हेल्थ एवं नोडल अधिकारी, महाकुंभ मेला डॉ. राकेश शर्मा, सीएमओ, प्रयागराज डॉ. एके तिवारी, विधायक दीपक पटेल, पूर्व जिला अध्यक्ष विभवनाथ भारती, सुशील मिश्रा व अन्य उपस्थित रहे.

यह भी पढ़ें: सरकारी अस्पतालों से गैर हाजिर 31 डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन; बर्खास्तगी के साथ 1 करोड़ रुपये की होगी वसूली

यह भी पढ़ें: यूपी में कैंसर की स्क्रीनिंग आसान, इलाज में AI तकनीक का होगा इस्तेमाल, एम्स की तर्ज पर विकसित होगा PGI

लखनऊ: यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बुधवार को प्रयागराज में महाकुंभ परिसर के केंद्रीय अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग (पीओसीटी) पैथोलॉजी लैब का शुभारंभ किया. साथ ही केंद्रीय अस्पताल परिसर का निरीक्षण कर यहां भर्ती मरीजों से मुलाकात कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी हासिल की. यहां तैनात चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ को मरीजों की उचित देखभाल के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है.

इस दौरान उन्होंने इस लैब को स्टेट ऑफ द आर्ट स्मार्ट सेंट्रल पैथोलॉजी लैब का नाम भी दिया. यह लैब पिछले महाकुंभ की तुलना में ढाई गुना अधिक क्षमता के साथ तैयार की गई है. उप मुख्यमंत्री ने बताया कि इस लैब में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इस हाईटेक लैब में शुगर, लिवर फंक्शन टेक्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, थायरॉइड, हीमोग्लोबिन, इलेक्ट्रोलाइट एवं इम्यून टेस्ट आदि महत्वपूर्ण जांच सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं. इस पूरी व्यवस्था को राउंड द क्लॉक संचालित किया जाएगा.

ब्रजेश पाठक ने केंद्रीय अस्पताल परिसर का निरीक्षण करते हुए.
ब्रजेश पाठक ने केंद्रीय अस्पताल परिसर का निरीक्षण करते हुए. (Photo Credit; ETV Bharat)

उन्होंने बताया कि यहां सौ से अधिक स्वास्थ्यकर्मी भी तैनात किए गए हैं. मरीज को उनकी स्वास्थ्य की रिपोर्ट व्हॉट्सएप अथवा एसएमएस के माध्यम से पेपरलेस तरीके से भेजा जाएगा, जिससे यह प्रक्रिया तेज, पारदर्शी एवं सुविधाजनक रहेगी. महाकुंभ परिसर में 12 सेक्टर अस्पताल भी स्थापित किए गए हैं. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि महाकुम्भ में अब तक दस हजार से अधिक रोगियों का उपचार किया जा चुका है. महाकुम्भ के कोने-कोने में श्रद्धालुओं को उपचार मिल रहा है.



पूरी क्षमता से दौड़ रहा सब सेंट्रल हॉस्पिटल: अरैल स्थित 25 बेड वाला सब सेंट्रल अस्पताल भी अत्याधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस है. सेंट्रल हॉस्पिटल में नववर्ष के पहले ही दिन 900 मरीजों की ओपीडी की गई थी. केंद्रीय अस्पताल में तीन बच्चे (कुम्भ, गंगा और जमुना प्रसाद) का जन्म हुआ है. तीनों ही जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं और चिकित्सकीय देखरेख में हैं. सभी मरीजों को उच्च गुणवत्तापरख इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है.



मरीजों को मिले उचित उपचार, हमारी संयुक्त जिम्मेदारी: केंद्रीय अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मरीजों से भी बातचीत की. उनसे अस्पताल परिसर की स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पता किया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि महाकुंभ परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को उच्च स्तर का स्वास्थ्य लाभ मिले, यह हम सभी की संयुक्त जिम्मेदारी है. अस्पताल आने वाले किसी भी मरीज को वापस न किया जाए. उनका उपचार कर, दवाएं उपलब्ध कराने के बाद ही भेजा जाए. समीक्षा बैठक में एडिशनल डायरेक्टर हेल्थ एवं नोडल अधिकारी, महाकुंभ मेला डॉ. राकेश शर्मा, सीएमओ, प्रयागराज डॉ. एके तिवारी, विधायक दीपक पटेल, पूर्व जिला अध्यक्ष विभवनाथ भारती, सुशील मिश्रा व अन्य उपस्थित रहे.

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