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मैं पुलिस कमिश्नर शिंदे बोल रहा हूं... गिरफ्तारी का डर दिखाया और ठग लिए 58 लाख रुपये - KARNATAKA FRAUD CASE

कर्नाटक में फ्रॉड का बड़ा मामला सामने आया है. पीड़ित ने बताया कि उससे फर्जी अधिकारी ने 58 लाख रुपये ठग लिए.

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प्रतीकात्म तस्वीर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 9 hours ago

मंगलुरु: कर्नाटक के मंगलुरु के एक व्यक्ति को पुराने सिक्के खरीदने के नाम पर 58 लाख की ठगी का शिकार होना पड़ा. जिसके बाद पीड़ित शख्स ने कावूर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है.खबर के मुताबिक, 25 नवंबर, 2024 को फेसबुक ब्राउज़ करते समय मंगलुरु के व्यक्ति ने एक विज्ञापन देखा, जिसमें पुराने सिक्के खरीदने और बदले में उच्च कीमत चुकाने की पेशकश की गई थी.

फिर उसने विज्ञापन में दिखाए गए व्हाट्सएप अकाउंट पर 15 पुराने सिक्कों की तस्वीरें भेजीं. पीड़ित ने शिकायत में कहा कि, आरोपी ने उससे कहा कि वह 15 पुराने सिक्के खरीदेगा और बदले में 49 लाख रुपये देगा. बाद में, आरोपी ने कहा कि अगर वह सिक्के बेचना चाहता है, तो उसे पहले आरबीआई पंजीकरण के लिए 750 रुपये का भुगतान करना होगा.

पुलिस को दिए शिकायत में, पीड़ित ने कहा कि, उसने UPI के माध्यम से पैसे का भुगतान किया. इसके बाद आरोपी ने व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजकर जीएसटी कार्यवाही डेटा शुल्क के रूप में 17,500 रुपये, बीमा शुल्क के रूप में 94,500 रुपये, टीडीएस शुल्क के रूप में 49,499 रुपये, जीपीएस शुल्क के रूप में 71,500 रुपये, आईटीआर शुल्क के रूप में 39,990 रुपये और आरबीआई नोटिस लंबित शुल्क के रूप में 3 लाख 50 हजार रुपये का भुगतान करने के लिए कहा. जिसके बाद डर से पीड़ित ने रकम ठग के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिए.

15 दिसंबर, 2024 को पीड़ित शख्स के मोबाइल नंबर पर एक कॉल आया. फोन पर उस व्यक्ति ने खुद को मुंबई साइबर पुलिस आयुक्त गौरव शिवाजी राव शिंदे के रूप में पेश किया. उसने फोन पर पीड़ित शख्स को डराते हुए कहा कि, आरबीआई से उसके खिलाफ एक नोटिस मिला है जिसमें कहा गया है कि उसे गिरफ्तार किया जाएगा. फोन पर फर्जी पुलिस अधिकारी ने पीड़ित शख्स से कहा कि, आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार उसे 12 लाख 55 हजार रुपये का भुगतान करना होगा.

फर्जी अधिकारी ने पीड़ित शख्स को जाल में फंसाते हुए कहा कि, जांच के बाद एक घंटे के अंदर पूरे रकम खाते में वापस कर दिए जाएंगे. पीड़ित शख्स फर्जी अधिकारी के जाल में फंसकर पैसे उसे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए. उसके बाद फिर फर्जी अधिकारी ने उसे गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए 25 नवंबर से 30 दिसंबर 2024 तक कुल 58 लाख 26 हजार 399 रुपये उससे ठग लिए. पीड़ित ने शिकायत में कहा है कि उसके साथ धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

ये भी पढ़ें: अब धोखाधड़ी में शामिल बैंक खातों पर होगी तुरंत कार्रवाई, RBI ने जारी किया नया सर्कुलर

मंगलुरु: कर्नाटक के मंगलुरु के एक व्यक्ति को पुराने सिक्के खरीदने के नाम पर 58 लाख की ठगी का शिकार होना पड़ा. जिसके बाद पीड़ित शख्स ने कावूर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है.खबर के मुताबिक, 25 नवंबर, 2024 को फेसबुक ब्राउज़ करते समय मंगलुरु के व्यक्ति ने एक विज्ञापन देखा, जिसमें पुराने सिक्के खरीदने और बदले में उच्च कीमत चुकाने की पेशकश की गई थी.

फिर उसने विज्ञापन में दिखाए गए व्हाट्सएप अकाउंट पर 15 पुराने सिक्कों की तस्वीरें भेजीं. पीड़ित ने शिकायत में कहा कि, आरोपी ने उससे कहा कि वह 15 पुराने सिक्के खरीदेगा और बदले में 49 लाख रुपये देगा. बाद में, आरोपी ने कहा कि अगर वह सिक्के बेचना चाहता है, तो उसे पहले आरबीआई पंजीकरण के लिए 750 रुपये का भुगतान करना होगा.

पुलिस को दिए शिकायत में, पीड़ित ने कहा कि, उसने UPI के माध्यम से पैसे का भुगतान किया. इसके बाद आरोपी ने व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज भेजकर जीएसटी कार्यवाही डेटा शुल्क के रूप में 17,500 रुपये, बीमा शुल्क के रूप में 94,500 रुपये, टीडीएस शुल्क के रूप में 49,499 रुपये, जीपीएस शुल्क के रूप में 71,500 रुपये, आईटीआर शुल्क के रूप में 39,990 रुपये और आरबीआई नोटिस लंबित शुल्क के रूप में 3 लाख 50 हजार रुपये का भुगतान करने के लिए कहा. जिसके बाद डर से पीड़ित ने रकम ठग के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिए.

15 दिसंबर, 2024 को पीड़ित शख्स के मोबाइल नंबर पर एक कॉल आया. फोन पर उस व्यक्ति ने खुद को मुंबई साइबर पुलिस आयुक्त गौरव शिवाजी राव शिंदे के रूप में पेश किया. उसने फोन पर पीड़ित शख्स को डराते हुए कहा कि, आरबीआई से उसके खिलाफ एक नोटिस मिला है जिसमें कहा गया है कि उसे गिरफ्तार किया जाएगा. फोन पर फर्जी पुलिस अधिकारी ने पीड़ित शख्स से कहा कि, आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार उसे 12 लाख 55 हजार रुपये का भुगतान करना होगा.

फर्जी अधिकारी ने पीड़ित शख्स को जाल में फंसाते हुए कहा कि, जांच के बाद एक घंटे के अंदर पूरे रकम खाते में वापस कर दिए जाएंगे. पीड़ित शख्स फर्जी अधिकारी के जाल में फंसकर पैसे उसे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए. उसके बाद फिर फर्जी अधिकारी ने उसे गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए 25 नवंबर से 30 दिसंबर 2024 तक कुल 58 लाख 26 हजार 399 रुपये उससे ठग लिए. पीड़ित ने शिकायत में कहा है कि उसके साथ धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

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