लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ दूरी बनाए रखी. उन्होंने इस बात का ध्यान रखा कि किसी भी अधिकारी के बीच में डेढ़ से दो मीटर की दूरी होना चाहिए. इसी तरह से अधिकारियों की कुर्सियां लगाई गयीं. सभी अधिकारी दूरी बना कर के बैठे और कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने की रणनीति बनाकर प्रदेश में किये जा रहे कार्य के बारे में विस्तार से मुख्यमंत्री को अवगत कराया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए युद्ध स्तर पर बैठ के कर रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग पर शासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करके निर्देश दिए हैं.
शासन के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उनके निर्देश पर सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से प्रदेश की 60000 ग्राम पंचायतों से संवाद स्थापित कर उन्हें कोरोना वायरस के बचाव और इलाज की जानकारी दी जा रही है.
प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भोजन के बगैर ना रहे इसके लिए 14 हजार से ज्यादा वाहन वॉलिंटियर्स के साथ सभी क्षेत्रों में भेज दिए गए हैं, जो घर-घर दूध, सब्जी, दवा, खाद्यान्न पहुंचा रहे हैं. वालंटियर इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि भीड़ ना जमा हो और लोगों के घरों तक खाद्य सामग्री समय से पहुंचती रहे.
निराश्रित लोगों के लिए, श्रमिकों के लिए, बुजुर्गों के लिए, झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के लिए, किसी भी तरह के आश्रय स्थल में रहने वाले लोगों के लिए, हॉस्टलों में रहने वाले लोगों के लिए कम्युनिटी किचन स्थापित कर दिए गए हैं. वॉलिंटियर के सहयोग से इन सभी लोगों तक ताजा भोजन का पैकेट और शुद्ध जल पहुंचाया जा रहा है.
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जमाखोरों, कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. आवश्यकता पड़ने पर एनएसए भी लगाया जाएगा.
योगी आदित्यनाथ,मुख्यमंत्री