लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence) मामले में गुरुवार को सुमित जायसवाल (Sumit jaiswal) सहित चारों आरोपियों को 3 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है. बता दें कि एसआईटी ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी, जिस पर दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद सीजीएम ने ये फैसला सुनाया है.
18 अक्टूबर को हुई थी गिरफ्तारी
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया कांड में पर्यवेक्षण टीम ने सुमित जायसवाल उर्फ मोदी समेत 4 और आरोपियों को 18 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. उनके पास से एक लाइसेंसी रिवाल्वर समेत 3 कारतूस भी बरामद किए गए. आरोप है कि 3 अक्तूबर को ये घटनास्थल पर मौजूद थे. सुमित जायसवाल इस घटना के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा का करीबी है.
ये था मामला
रविवार 3 अक्टूबर को किसान महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज के खेल मैदान में केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए थे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को काले झंडे दिखाने की योजना बनाई थी, जो एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वहां गए थे.
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक एफआईआर में यह लिखा गया है कि 3 अक्टूबर को हुई हिंसा, जिसमें किसानों समेत 8 लोगों की मृत्यु हो गयी थी, वह पूरी तरह एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थी, जिसे अजय मिश्रा एवं आशीष मिश्रा द्वारा अंजाम दिया गया था. तिकुनिया पुलिस थाने में इन्स्पेक्टर जगजीत द्वारा दर्ज की गई इस एफआईआर में स्पष्ट है कि आशीष 15-20 हथियारबंद लोगों के साथ तीन गाड़ियों के काफिले में वहां मौजूद थे.