कानपुर: जिले के मेडिकल कॉलेज नर्सिंग स्टाफ ने समान वेतन को लेकर हड़ताल की. दरअसल आउटसोर्सिंग स्टॉफ नर्सों ने मेडिकल कॉलेज में काम करना बंद कर दिया है. नर्सों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. नर्सों ने बताया कि कई स्टाफ के पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी सैनिटाइजेशन की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई थी. हैलेट मेडिकल कॉलेज में मौजूदा वक्त में 150 आउटसोर्सिंग स्टॉफ नर्स हैं.
आउटसोर्सिंग नर्सों ने आरोप लगाया कि जानबूझकर उनकी ही कोविड वार्ड में ड्यूटी लगाई जाती है. आउट सोर्सिंग स्टाफ में नर्स, वार्ड बॉय और सफाई कर्मचारियों ने लामबंद होकर हैलट एमरजेंसी गेट पर नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि जब सभी लोग समान कार्य कर रहे है तो उनका वेतन भी सभी के बराबर होना चाहिए.
हैलट एमरजेंसी गेट पर नारेबाजी कर रहे आउट सोर्सिंग स्टाफ की मांग है कि कोरोना काल में सभी लोग अपनी ड्यूटी को बखूभी निभा रहे हैं, इसके बाद भी हम लोगों का वेतन बहुत कम है. लामबंद कर्मचारियों का कहना है कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक आउट सोर्सिंग कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे.वहीं नर्स फरहा नाज का कहना है कि जितने परमानेंट कर्मचारी हैं, उनके बराबर आउट सोर्सिंग कर्मचारी काम करते हैं. लेकिन हमको बहुत कम वेतन दिया जा रहा है. हैलट अस्पताल में कोरोना वार्ड बनाया गया है, जहां पर कोरोना मरीजों के लिए आउट सोर्सिंग स्टाफ ही काम करता है.
नर्स भारती ने बताया कि पिछले चार सालों से हम लोग कम वेतन पर काम कर रहे हैं. कोविड वार्ड में हमारी ड्यूटी लगाई जा रही है, इसके बावजूद हम लोगों को महज 6 हजार वेतनमान ही दिया जा रहा है.