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....तो 20 लाख का डोसा और 17 लाख का मिनरल वाटर गटक गए किसान!

यूपी के झांसी में कृषि विभाग के अफसरों ने तो हद दी कर दी. यहां कृषि विभाग के अफसर किसानों के खाने के नाम पर लाखों रुपये गटक गए. सोमवार को गांधी उद्यान पर किसान रक्षा पार्टी और जन सूचना अधिकार मंच के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर घोटाले का खुलासा किया.

किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने की प्रेस कांफ्रेंस.
किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने की प्रेस कांफ्रेंस.
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Published : Aug 30, 2021, 8:20 PM IST

झांसी: जनपद में किसानों के लिए होने वाली मीटिंग के नाम पर कृषि विभाग के अफसरों ने बीस लाख रुपये का घपला कर दिया. दरअसल, यहां किसानों को खिलाई तो पूड़ी-सब्जी गई लेकिन भुगतान डोसे का कराया गया. जिले भर के किसी भी किसान को आज तक किसी भी मीटिंग में डोसा खिलाया ही नहीं गया. इस बात का खुलासा सोमवार को गांधी उद्यान पर किसान रक्षा पार्टी और जन सूचना अधिकार मंच के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर किया. किसान रक्षा पार्टी द्वारा आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर, किसानों के नाम पर 92 लाख रुपये के घोटाले का दावा किया गया है.

किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने बताया कि आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2019-20 में उप कृषि निदेशक प्रसार के कार्यालय से 20 लाख रुपए के डोसा कानपुर के बाबा अम्बे डोसे वाला से मंगा कर किसानों को खिला दिए. इसी वर्ष दयाराम प्रजापति स्वीट मेकर से 5 लाख रुपए का मीठा किसानों को खिला दिया गया जबकि पूरे जनपद में ढूंढने पर एक भी किसान ऐसा नहीं मिला जिसको गोष्ठी एवं कृषि विभाग के किसी भी कार्यक्रम में डोसा या मिठाई खिलाई गई हो. वहीं उप कृषि निदेशक प्रसार के कार्यालय से तीन प्राइवेट फर्म और तीन एनजीओ को लगभग 92 लाख का किया गया भुगतान संदिग्ध है.

किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने की प्रेस कांफ्रेंस.
विदुआ के मुताबिक, जो जानकारी अभी मिली है, उसके मुताबिक तीन महीने में तीन प्राइवेट फर्मों और तीन एनजीओ को 92 लाख रुपये का भुगतान किया गया है. यह भुगतान उसी दफ्तर में तैनात कर्मचारी के खाते में अधिकारी द्वारा किये गए. इस तरह से भुगतान नहीं किया जा सकता है और यह बिल्कुल फर्जी है. कागजों में दिखाया गया है कि कानपुर से डोसा मंगाकर झाँसी में मीटिंग में किसानों को खिलाया गया जबकि मुझे पिछले बीस वर्षों से किसी भी किसान गोष्ठी में कभी डोसा नहीं मिला. हमें हमेशा गोष्ठी में पूड़ी और सब्जी ही खिलाई गई है. हमने पूरे जिले में तफ्तीश की है. मीटिंग में शामिल किसी भी किसान ने कभी डोसा नहीं खाया है.किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने कहा कि सत्रह लाख रुपये का पानी कागजों पर पिला दिया जबकि यहां किसानों को कुएं का भी पानी पीने को नसीब नहीं है.

झांसी: जनपद में किसानों के लिए होने वाली मीटिंग के नाम पर कृषि विभाग के अफसरों ने बीस लाख रुपये का घपला कर दिया. दरअसल, यहां किसानों को खिलाई तो पूड़ी-सब्जी गई लेकिन भुगतान डोसे का कराया गया. जिले भर के किसी भी किसान को आज तक किसी भी मीटिंग में डोसा खिलाया ही नहीं गया. इस बात का खुलासा सोमवार को गांधी उद्यान पर किसान रक्षा पार्टी और जन सूचना अधिकार मंच के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर किया. किसान रक्षा पार्टी द्वारा आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर, किसानों के नाम पर 92 लाख रुपये के घोटाले का दावा किया गया है.

किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने बताया कि आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2019-20 में उप कृषि निदेशक प्रसार के कार्यालय से 20 लाख रुपए के डोसा कानपुर के बाबा अम्बे डोसे वाला से मंगा कर किसानों को खिला दिए. इसी वर्ष दयाराम प्रजापति स्वीट मेकर से 5 लाख रुपए का मीठा किसानों को खिला दिया गया जबकि पूरे जनपद में ढूंढने पर एक भी किसान ऐसा नहीं मिला जिसको गोष्ठी एवं कृषि विभाग के किसी भी कार्यक्रम में डोसा या मिठाई खिलाई गई हो. वहीं उप कृषि निदेशक प्रसार के कार्यालय से तीन प्राइवेट फर्म और तीन एनजीओ को लगभग 92 लाख का किया गया भुगतान संदिग्ध है.

किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने की प्रेस कांफ्रेंस.
विदुआ के मुताबिक, जो जानकारी अभी मिली है, उसके मुताबिक तीन महीने में तीन प्राइवेट फर्मों और तीन एनजीओ को 92 लाख रुपये का भुगतान किया गया है. यह भुगतान उसी दफ्तर में तैनात कर्मचारी के खाते में अधिकारी द्वारा किये गए. इस तरह से भुगतान नहीं किया जा सकता है और यह बिल्कुल फर्जी है. कागजों में दिखाया गया है कि कानपुर से डोसा मंगाकर झाँसी में मीटिंग में किसानों को खिलाया गया जबकि मुझे पिछले बीस वर्षों से किसी भी किसान गोष्ठी में कभी डोसा नहीं मिला. हमें हमेशा गोष्ठी में पूड़ी और सब्जी ही खिलाई गई है. हमने पूरे जिले में तफ्तीश की है. मीटिंग में शामिल किसी भी किसान ने कभी डोसा नहीं खाया है.किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने कहा कि सत्रह लाख रुपये का पानी कागजों पर पिला दिया जबकि यहां किसानों को कुएं का भी पानी पीने को नसीब नहीं है.
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