झांसी: जनपद में किसानों के लिए होने वाली मीटिंग के नाम पर कृषि विभाग के अफसरों ने बीस लाख रुपये का घपला कर दिया. दरअसल, यहां किसानों को खिलाई तो पूड़ी-सब्जी गई लेकिन भुगतान डोसे का कराया गया. जिले भर के किसी भी किसान को आज तक किसी भी मीटिंग में डोसा खिलाया ही नहीं गया. इस बात का खुलासा सोमवार को गांधी उद्यान पर किसान रक्षा पार्टी और जन सूचना अधिकार मंच के पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर किया. किसान रक्षा पार्टी द्वारा आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर, किसानों के नाम पर 92 लाख रुपये के घोटाले का दावा किया गया है.
किसान रक्षा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरी शंकर विदुआ ने बताया कि आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2019-20 में उप कृषि निदेशक प्रसार के कार्यालय से 20 लाख रुपए के डोसा कानपुर के बाबा अम्बे डोसे वाला से मंगा कर किसानों को खिला दिए. इसी वर्ष दयाराम प्रजापति स्वीट मेकर से 5 लाख रुपए का मीठा किसानों को खिला दिया गया जबकि पूरे जनपद में ढूंढने पर एक भी किसान ऐसा नहीं मिला जिसको गोष्ठी एवं कृषि विभाग के किसी भी कार्यक्रम में डोसा या मिठाई खिलाई गई हो. वहीं उप कृषि निदेशक प्रसार के कार्यालय से तीन प्राइवेट फर्म और तीन एनजीओ को लगभग 92 लाख का किया गया भुगतान संदिग्ध है.