फर्रुखाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रेहड़ी-पटरी लगाने वालों को दस हजार रुपये कर्ज की सुविधा दी जानी है. इस के तहत फर्रुखाबाद में नगर पालिका परिषद में रजिस्ट्रेशन कराना स्ट्रीट वेंडरों के लिए मुसीबत वाला काम साबित हो रहा है. यहां पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई, जबकि कई लोग बिना मास्क के धक्कामुक्की करते नजर आए.
सड़क पर सब्जी बेचने, गुमटी, चाट-फुल्की का ठेला लगाने वाले गरीब पथ विक्रेताओं का रजिस्ट्रेशन कर सरकार उन्हें सब्सिडी समेत 10 हजार रुपये लोन देने जा रही है, ताकि वह अपना व्यापार बढ़ा सकें. लेकिन 10 हजार रुपये के लोन के चक्कर में लोगों में रजिस्ट्रेशन करने की होड़ मची है. नगर पालिका में बुधवार को स्ट्रीट वेंडर के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के लिए भारी भीड़ उमड़ी. सैकड़ों लोग बिना किसी सोशल डिस्टेंस से एक दूसरे से सटकर खड़े थे. मौजूदा पालिका के अधिकारियों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया.
सोशल डिस्टेंस की उड़ रही धज्जियां
नगर पालिका परिषद में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए इतनी भीड़ उमड़ने और सतर्कता न बरतने से यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका है. रजिस्ट्रेशन कराने को लाइन में लगे लोग बिना मास्क के सटकर खड़े होते हैं. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जबकि ईओ रविंद्र कुमार का कहना है कि परिषद में पूरी सतर्कता के साथ रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है.
आठ हजार रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य
बता दें कि जिले में अभी तक तीन हजार वेंडरों का पंजीकरण कराया जा चुका है. इनमें से एक हजार फार्म लोन के लिए आए हैं. ईओ के मुताबिक शीघ्र ही बैंक जांच के बाद लोन देना शुरू करेंगे. हालांकि पालिका को शहर क्षेत्र में लगभग आठ हजार स्ट्रीट वेंडर के रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य मिला है.