ETV Bharat / state

बाराबंकी: VIP नंबर लेना हुआ महंगा, शौकीन नहीं दिखा रहे रुचि

यूपी के बाराबंकी में वीआईपी नंबर लेने वालों की संख्या में कमी आई है. इसका कारण इस बार वीआईपी नंबरों के लिए रखा गया बेस प्राइस है. प्रथम श्रेणी के नंबरों के लिए बेस प्राइस एक लाख रुपये रखा गया है. मूल्य ज्यादा होने की वजह से वीआईपी नंबरों के शौकीन भी इसमें रुचि नहीं दिखा रहे हैं.

etv bharat
वीआईपी नंबर लेना हुआ महंगा
author img

By

Published : Dec 27, 2019, 12:01 PM IST

बाराबंकी: चार पहिया और दोपहिया वाहनों के वीआईपी नंबरों की स्पेशल लिस्ट होती है, जिसकी हर साल बोली लगती है. विशेष नंबर प्राप्त करने के लिए कुल चार श्रेणियां निर्धारित हैं. इसके लिए सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और वीआईपी नंबरों की मांग के साथ अप्लाई करना होता है. इस प्रक्रिया में अगर उसी नंबर की मांग कोई और करता है तो इसकी बोली लगती है. इसमें जिसका पैसा ज्यादा होता है, उसे वह वीआईपी नंबर मिलता है. इस बार बाराबंकी में वीआईपी नंबरों को लेने वालों की संख्या बिल्कुल न के बराबर है. प्रथम श्रेणी के वीआईपी नंबर लेने के लिए मूल्य एक लाख रुपये रखा गया है. मूल्य ज्यादा रखे जाने से लोग वीआईपी नंबरों में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं.

वीआईपी नंबर लेना हुआ महंगा.

वीआईपी नंबर लेने वालों की संख्या में कमी
जिले में वीआईपी नंबर लेने वाले लोगों की संख्या कमी आई है. इस बार मूल्य अधिक हो जाने के कारण लोगों ने इसे प्राप्त करने में रुचि नहीं दिखाई. जब हमने इस पूरी व्यवस्था के बारे में एआरटीओ पंकज सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि वीआईपी नंबरों की चार श्रेणियां बनाई गई हैं और प्रत्येक श्रेणी में 346 वीआईपी नंबर रखे गए हैं.

वीआईपी नंबरों की हैं चार श्रेणियां

  • पहली श्रेणी में कार के लिए बेस प्राइस 1,00,000 रुपये और बाइक के लिए 20,000 रुपये रखा गया है.
  • दूसरी श्रेणी में कार के लिए 50,000 रुपये और बाइक के लिए 10,000 रुपये रखा गया है.
  • तीसरी श्रेणी में कार के लिए 25,000 रुपये और बाइक के लिए 5,000 रुपये रखा गया है.
  • सबसे आखरी और चौथी श्रेणी में कार के लिए 15,000 रुपये एवं बाइक के लिए 3,000 रुपये रखा गया है.

क्या है वीआईपी नंबर लेने की प्रक्रिया

  • इस प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चार दिन के लिए किया जाता है.
  • जिसमें बेस प्राइस का आधा पैसा बीड प्रक्रिया में भाग लेने वाले और वीआईपी नंबर प्राप्त करने वाले लोगों को जमा करना पड़ता है.
  • पांचवें, छठे और सातवें दिन इस प्रक्रिया में जिसकी बोली सबसे ज्यादा होती है उसे वह वीआईपी नंबर दे दिया जाता है.
  • जिन नंबरों के लिए बोली नहीं लगती या मात्र एक लोग अप्लाई करते हैं तो ऐसी स्थिति में 7 दिन का मौका और दिया जाता है.
  • जब फिर भी कोई नहीं आता तो 14वें दिन बेस प्राइस वीआईपी नंबर के साथ उक्त व्यक्ति को वह वीआईपी नंबर प्रदान कर दिया जाता है.

एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि पहले यह बेस प्राइस बहुत कम हुआ करता था, जिसकी वजह से लोग ज्यादा दिलचस्पी से वीआईपी नंबर लेते थे. इस बार मूल्य अधिक हो जाने से इसमें लोग रुचि नहीं ले रहे.


बाराबंकी: चार पहिया और दोपहिया वाहनों के वीआईपी नंबरों की स्पेशल लिस्ट होती है, जिसकी हर साल बोली लगती है. विशेष नंबर प्राप्त करने के लिए कुल चार श्रेणियां निर्धारित हैं. इसके लिए सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और वीआईपी नंबरों की मांग के साथ अप्लाई करना होता है. इस प्रक्रिया में अगर उसी नंबर की मांग कोई और करता है तो इसकी बोली लगती है. इसमें जिसका पैसा ज्यादा होता है, उसे वह वीआईपी नंबर मिलता है. इस बार बाराबंकी में वीआईपी नंबरों को लेने वालों की संख्या बिल्कुल न के बराबर है. प्रथम श्रेणी के वीआईपी नंबर लेने के लिए मूल्य एक लाख रुपये रखा गया है. मूल्य ज्यादा रखे जाने से लोग वीआईपी नंबरों में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं.

वीआईपी नंबर लेना हुआ महंगा.

वीआईपी नंबर लेने वालों की संख्या में कमी
जिले में वीआईपी नंबर लेने वाले लोगों की संख्या कमी आई है. इस बार मूल्य अधिक हो जाने के कारण लोगों ने इसे प्राप्त करने में रुचि नहीं दिखाई. जब हमने इस पूरी व्यवस्था के बारे में एआरटीओ पंकज सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि वीआईपी नंबरों की चार श्रेणियां बनाई गई हैं और प्रत्येक श्रेणी में 346 वीआईपी नंबर रखे गए हैं.

वीआईपी नंबरों की हैं चार श्रेणियां

  • पहली श्रेणी में कार के लिए बेस प्राइस 1,00,000 रुपये और बाइक के लिए 20,000 रुपये रखा गया है.
  • दूसरी श्रेणी में कार के लिए 50,000 रुपये और बाइक के लिए 10,000 रुपये रखा गया है.
  • तीसरी श्रेणी में कार के लिए 25,000 रुपये और बाइक के लिए 5,000 रुपये रखा गया है.
  • सबसे आखरी और चौथी श्रेणी में कार के लिए 15,000 रुपये एवं बाइक के लिए 3,000 रुपये रखा गया है.

क्या है वीआईपी नंबर लेने की प्रक्रिया

  • इस प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चार दिन के लिए किया जाता है.
  • जिसमें बेस प्राइस का आधा पैसा बीड प्रक्रिया में भाग लेने वाले और वीआईपी नंबर प्राप्त करने वाले लोगों को जमा करना पड़ता है.
  • पांचवें, छठे और सातवें दिन इस प्रक्रिया में जिसकी बोली सबसे ज्यादा होती है उसे वह वीआईपी नंबर दे दिया जाता है.
  • जिन नंबरों के लिए बोली नहीं लगती या मात्र एक लोग अप्लाई करते हैं तो ऐसी स्थिति में 7 दिन का मौका और दिया जाता है.
  • जब फिर भी कोई नहीं आता तो 14वें दिन बेस प्राइस वीआईपी नंबर के साथ उक्त व्यक्ति को वह वीआईपी नंबर प्रदान कर दिया जाता है.

एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि पहले यह बेस प्राइस बहुत कम हुआ करता था, जिसकी वजह से लोग ज्यादा दिलचस्पी से वीआईपी नंबर लेते थे. इस बार मूल्य अधिक हो जाने से इसमें लोग रुचि नहीं ले रहे.


Intro: बाराबंकी , 26 दिसंबर। हर साल होती है वीआईपी नंबरों की स्पेशल लिस्ट जिसकी लगती है बोली. विशेष नंबर पाने के लिए लोग खर्च करते हैं ज्यादा पैसे. विशेष नंबर प्राप्त करने के लिए कुल चार श्रेणियां निर्धारित है. इसमें चार पहिया और दोपहिया वाहनों की मूल्य के अनुसार वीआईपी नंबरों की लिस्ट होती है. सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और वीआईपी नंबरों के मांग के साथ अप्लाई करना होता है. इस प्रक्रिया में अगर उसी नंबर की मांग कोई और करता है तो जिसका पैसा ज्यादा होता है उसे मिलता है वह वीआईपी नंबर. लेकिन इस बार बाराबंकी में वीआईपी नंबरों को लेने की संख्या रही बिल्कुल ना के बराबर. प्रथम श्रेणी के वीआईपी नंबर लेने के लिए मूल्य एक लाख रुपए रखे गए हैं. मूल्य ज्यादा रखे जाने से लोग नहीं ले रहे हैं दिलचस्पी.


Body: बाराबंकी जिले में वीआईपी नंबर लेने वाले लोगों की संख्या कमी आई है. इस बार मूल्य अधिक हो जाने के कारण लोगों ने इसे प्राप्त करने में रुचि नहीं दिखाई.
जबकि जब हमने इस पूरी व्यवस्था के बारे में एआरटीओ पंकज सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि, वीआईपी नंबरों की चार श्रेणियां बनाई गई है, और प्रत्येक श्रेणी में 346 वीआईपी नंबर रखे जाते हैं.
पहली श्रेणी में कार के लिए बेस प्राइस 100000 रुपए और बाइक के लिए ₹20000 रुपए .
दूसरी श्रेणी में कार के लिए 50000 रुपए और बाइक के लिए ₹10000 रुपए .
तीसरी श्रेणी में कार के लिए 25000 रुपए और बाइक के लिए ₹5000 रुपए .
सबसे आखरी और चौथी श्रेणी में कार के लिए 15000 रुपए एवं बाइक के लिए ₹3000 रुपए,
मूल्य बीड के लिए बेसिक प्राइस रखे गए हैं .
जबकि पहले यह बहुत कम हुआ करता था, जिसकी वजह से लोग ज्यादा दिलचस्पी से इसे लेते थे.इस बार मूल्य अधिक हो जाने से इसमें लोग रुचि नहीं ले रहे.

इस प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 4 दिन के लिए किया जाता है . जिसमें बेस प्राइस का आधा पैसा बीड प्रक्रिया में भाग लेने वाले और वीआईपी नंबर प्राप्त करने वाले लोगों को जमा करना पड़ता है. पांचवें, छठे और सातवें दिन इस प्रक्रिया में जिसकी बोली सबसे ज्यादा होती है उसे वह वीआईपी नंबर दे दिया जाता है.
लेकिन यदि जिन नंबरों के लिए बोली नहीं लगती या मात्र 1 लोग अप्लाई करते है, तो ऐसी स्थिति में 7 दिन का मौका और दिया जाता है, और जब फिर भी कोई नहीं आता तो 14 वे दिन बेस प्राइस वीआईपी नंबर के साथ उक्त व्यक्ति को वह वीआईपी नंबर प्रदान कर दिया जाता है.

कुल मिलाकर एआरटीओ का कहना है कि, इस बार मूल्य अधिक होने के कारण साल के आखिरी तक लगभग नहीं के बराबर लोगों ने वीआईपी नंबर लेने की कोशिश की , मुझे याद नहीं है कि हाईएस्ट बेस प्राइस वाला वीआईपी नंबर लेने की किसी ने कोशिश भी की हो.



Conclusion:byte -

1- पंकज सिंह, एआरटीओ, बाराबंकी.

रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.