बागपत : जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावों की पोल खोलता एक वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो सरूरपुर कोविड अस्पताल का बताया जा रहा है. इस वीडियो में फर्श पर मरीज तड़पते दिख रहे हैं. दो शव भी बेड से नीचे पड़े दिखाई दे रहे हैं. वीडियो बनाने वाले युवक ने बताया कि मरीजों को देखने के लिए चिकित्सक भी नहीं हैं. उसने हेल्प लाइन पर शिकायत की, लेकिन इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई.
कोविड अस्पताल में भर्ती युवक शशांक ने यह वीडियो वायरल किया है. युवक का आरोप है कि अस्पताल में अव्यवस्थाएं फैली हैं. उसने वीडियो में दिखाया कि मरीज फर्श पर पड़े तड़प रहे हैं. उनका ऑक्सीजन मास्क भी हटा हुआ है. आरोप लगाया कि रात भर महिला की ऑक्सीजन हटी रही. स्टाफ से कहने के बाद भी उसे कोई देखने तक नहीं आया. इससे महिला की मौत हो गई. मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है.
शिकायत करने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
युवक का कहना कि दो घंटे पहले कोरोना हेल्प लाइन सेंटर में फोन पर शिकायत की. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. यदि ऐसे ही मरीजों को मरने के लिए छोड़ना है तो उन्हें फिर भर्ती क्यों किया जा रहा है. बाद में शशांक ने बताया कि वह छुट्टी लेकर अपने घर आ गया है. वहीं डीएम से शिकायत करने पर बाद में स्टाफ ने खानापूर्ति की.
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अस्पताल में तैनात चिकित्सक डॉ. राजेश ने कहा कि बेड पर रेलिंग नहीं हैं. इससे मरीज बेहोशी की हालत में नीचे गिर जाते हैं. चिकित्सक और स्टाफ अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का उपचार कर रहे हैं, लेकिन ऐसे लोग मरीजों की मदद करने की बजाय वीडियो वायरल कर रहे हैं.
पूरे मामले को लेकर देर रात सीएमओ आरके टंडन ने सेल्फ मेड बाइट जारी की. साथ ही ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग स्टाफ को लापरवाही बरतने के संबंध में निलंबित करने के आदेश दिए. ड्यूटी शिफ्ट के इंचार्ज मेडिकल ऑफिसर के विरुद्ध कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को संदर्भित किया है. साथ ही डीएम राजकमल यादव की अध्यक्षता में 3 सदस्यों की समिति का भी गठन किया गया है. वर्तमान में जनपद में 3 सरकारी और 3 निजी कोविड हॉस्पिटल संचालित हैं.
जो वीडियो वायरल हुआ है, वो दुर्भाग्य पूर्ण है, लेकिन परिस्थितिवश हुआ है. एक ही स्टाफ ऊपर वार्ड में मौजूद थी. अचानक दो मरीजों की मौत हुई, जो गिर गए थे. उससे नहीं संभले, इसलिए उसने बाकी लोगों को बुलाने के लिए तुरंत फोन किया और बुलाने गई. वे लोग आए और शवों को डेड बॉडी वैन में पहुंचाया.
- आरके टंडन, सीएमओ