Raksha Bandhan 2022: वैक्सीन लगवाने वाली बहनें ही जेल में बंद भाइयों को बांध पाएंगी राखी, जानें कारण - आगरा जेल अधीक्षक पीडी सलोनिया
आगरा में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर जेल प्रशासन अलर्ट हो गया है. जेल प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि जेल में बंद भाइयों की कलाई पर राखी बांधने आने वाली बहनों को अपने साथ आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट या कोरोना की दोनों वैक्सीन की डोज लगाने का प्रमाणपत्र लाना होगा.
आगरा: ताजनगरी में एक बार फिर कोरोना संक्रमण रफ्तार पकड़ रहा है. इसको लेकर जेल प्रशासन अलर्ट हो गया है. जेल प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि सलाखों के पीछे बंद भाइयों की कलाई पर राखी बांधने आने वाली बहनों को अपने साथ आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट या कोरोना की दोनों वैक्सीन की डोज लगाने का प्रमाणपत्र लाना होगा. इसके साथ ही जेल प्रशासन ने यह भी आदेश जारी किया है कि 12 अगस्त को सिर्फ बहनों को ही जेल में एंट्री मिलेगी.
कोरोना संक्रमण की वजह से एक साल से जेल में बंद भाइयों की कलाई रक्षाबंधन पर सूनी रह गई थीं. क्योंकि, कोरोना संक्रमण के चलते मुलाकात बंद थी. इसलिए रक्षाबंधन और भैया दूज पर बहनें अपने भाइयों से नहीं मिल पाई थी. मगर, अभी कोरोना संक्रमण इतना अधिक नहीं है. जेलों में मुलाकात भी हो रही है.
आगरा जिला जेल के अधीक्षक पीडी सलोनिया ने बताया कि, 12 अगस्त को जेल में बंद भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकें. इसके पूरे इंतजाम किए हैं. रक्षाबंधन पर अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने आने वाली बहनों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगाए जाने का प्रमाण पत्र या आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी. तभी उन्हें जेल में प्रवेश किया जाएगा.
जेल डीआईजी वीके सिंह ने बताया कि, आगरा में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है. इसलिए रक्षाबंधन पर बहनों को अपने साथ आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट या कोरोना की वैक्सीन की दोनों डोज लगाए जाने का प्रमाण पत्र लेकर आना होगा. जेल की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही बहनें अपने साथ सोहन पापड़ी, गोला और रोली ले जाने जा सकती हैं. खुली मिठाई जेल में प्रतिबंधित है.
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