लखनऊ: होटल ताज के बाद लखनऊ के एक और पांच सितारा होटल रेनेसा से गार्डन लीज की जमीन वापस ली जाएगी. इस जमीन को लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने नोटिस दे दिया है. करीब आठ साल तक पार्क के लिए दी गई जमीन का मैरिज लॉन के तौर पर उपयोग होने के बाद अब उससे जमीन वापस लेने का फैसला किया गया है. मजे की बात यह है कि पिछले करीब 8 साल में होटल रेनेसा ने करोड़ों रुपये मैरिज लॉन के जरिए कमा लिये.
एलडीए यह रुपये वापस लेगा या रिकवरी करेगा, इस संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इससे पहले लखनऊ विकास प्राधिकरण ने होटल ताज से करीब 15 एकड़ जमीन वापस ली है जहां पार्क विकसित किया जाएगा. इसी तरह की कार्रवाई विकास प्राधिकरण कानपुर रोड पर भी करेगा. दो दिन पहले होटल ताज पर कार्रवाई की गई थी. ताज को 15 एकड़ जमीन होटल के पीछे ग्रीन बेल्ट विकसित करने के लिए दी गई थी. इसके बाद ताज होटल को इस जमीन को विकसित करना था.
ताज होटल को इस जमीन के एवज में हर साल सरकार को एक हजार कमरे निशुल्क देने थे. इसके बाद आम लोगों के लिए पार्क और नि:शुल्क कमरे देने की शर्त ताज होटल ने पूरी नहीं की. साथ ही उनकी लीज की अवधि भी समाप्त हो गई थी. अक्षय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अब कोई औचित्य नहीं बनता था कि यह जमीन होटल ताज के पास आगे भी बनी रहे. इसलिए जमीन को वापस ले लिया गया. इसी के साथ रेनेसा होटल की भी जमीन को वापस लिया जा रहा है. इसके लिए नोटिस दिया गया है. ताज होटल की तरह रेनेसा के पीछे भी ग्रीन बेल्ट विकसित करने के लिए जमीन दी गई थी. इसका करीब 8 साल तक दुरुपयोग करने का मामला सामने आया है.
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एलडीए के उपाध्यक्ष अक्षय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि हम रेनेसा होटल को भी नोटिस दे चुके हैं. दोनों का केस सिमिलर है. हम बहुत जल्दी ही यहां कब्जा वापस लेंगे. वहीं, लखनऊ जन कल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे का कहना है कि एलडीए को न केवल जमीन वापस लेनी चाहिए बल्कि अब तक जो कमाई इस भूमि के जरिए रेनेसा होटल ने की है. उसकी भी वसूली की जानी चाहिए.
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