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यूपी की फिल्म सिटी में मिलेगा 15 हजार लोगों को रोजगार

हॉलीवुड की तर्ज पर गौतमबुद्धनगर जिले में बनायी जाने वाली फिल्म सिटी के निर्माण की तैयारियों ने अब तेजी पकड़ ली है. यमुना एक्सप्रेसवे विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर-21 में पीपीपी मॉडल पर बनाई जाने वाली फिल्म सिटी की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर शासन ने मुहर पहले ही लगा दी थी.

fifteen thousand people will get employment from up film city
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Published : Aug 31, 2021, 9:35 PM IST

लखनऊ: हॉलीवुड की तर्ज पर गौतमबुद्धनगर जिले में बनायी जाने वाली फिल्म सिटी के निर्माण की तैयारियों ने अब रफ्तार पकड़ ली है. अब डीपीआर बनाने वाली कंपनी तीन सप्ताह में बिड डाक्यूमेंट तैयार करेगी. इसके बाद ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा. सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो अगले वर्ष के शुरुआती महीने में फिल्म सिटी के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.

तीन चरणों में विकसित की जाने वाली इस फिल्म सिटी के पहले चरण में फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क, विला आदि तैयार किए जाएंगे. यमुना सिटी में 6 हजार करोड़ की लागत से एक हजार एकड़ में ये फिल्म सिटी तैयार होगी. इस फिल्म सिटी में करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. एक हजार एकड़ भूमि पर बनाई जाने वाली ये इंटरनेशनल फिल्म सिटी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल दिसंबर में एक विश्वस्तरीय फिल्म सिटी का निर्माण राज्य में करने का फैसला किया था. इसके तहत यीडा के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ भूमि फिल्म सिटी के लिए चिन्हित की गई. यूपी की इस पहली फिल्म सिटी में विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीकों को शामिल किया जाना है. अधिकारियों का कहना है कि इस फिल्म सिटी का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल टेक्नोलॉजी से जुड़ा होगा. फिल्मों में डिजिटल माध्यमों के बढ़ते चलन के कारण यीडा के सेक्टर-21 में बनायी जाने वाली इस फिल्म सिटी को इन्फोटेनमेंट सिटी कहा जाएगा.

राज्य की इस पहली फिल्म सिटी में सीरियल और फिल्मों की शूटिंग के विशेष स्टूडियो, एनिमेशन, वेब सीरीज, कार्टून फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, डिजिटल मीडिया आदि के लिए सभी जरूरी सुविधाएं दी जाएंगी. फिल्म प्रोडक्शन स्टूडियो, आउटडोर लोकेशन, स्पेशल इफेक्ट स्टूडियो, होटल, क्लब हाउस, गांव, वर्कशॉप, टूरिस्ट और एंटरटेनमेंट, शॉपिंग कांप्लेक्स, फूड कोर्ट, एम्यूजमेंट पार्क, कन्वेंशन सेंटर व पार्किंग भी फिल्म सिटी में बनेंगे. फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार करने के लिए सरकार ने एक विख्यात सलाहकार एजेंसी के रूप में चयन किया था.

उक्त एजेंसी ने दुनिया की विख्यात फिल्म सिटी का सर्वे कर और बड़े फिल्मकारों के प्रस्ताव एवं प्रदेश सरकार की फिल्म नीति को ध्यान में रखते हुए यूपी में बनायी जाने वाली फिल्म सिटी के निर्माण संबंधी डीपीआर तैयार की. इस डीपीआर में इस बात का उल्लेख किया किया गया है कि किस वित्तीय माडल पर फिल्म सिटी को बनाया जाए.

फिल्म सिटी के प्रथम चरण, दूसरे चरण व तीसरे के निर्माण पर आने वाले खर्च का फाइनल ब्यौरा व निर्माण समय सीमा का विस्तृत ब्यौरा भी डीपीआर में है. फिल्म सिटी के संचालन, रखरखाव तथा फिल्म सिटी से आमदनी व रोजगार का हिसाब भी डीपीआर में बताया गया है. फिल्म सिटी को पर्यटन स्थल की रूप में कैसे विकसित किया जाए? इसका भी डीपीआर में उल्लेख है. फिल्म सिटी की इस डीपीआर को बीते दिनों शासन की मंजूरी मिल गई. अब डीपीआर बनाने वाली कंपनी तीन सप्ताह में बिड डाक्यूमेंट तैयार करेगी. जिसके बाद ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा. ग्लोबल टेंडर की प्रक्रिया में देश और विदेशी कंपनियां भी हिस्सा ले सकेंगी. दो माह के भीतर ही फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली कंपनी का चयन किया जाएगा.

तीन चरणों में विकसित होने वाली फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली कंपनी का चयन 31 दिसंबर तक किया जाएगा. फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली कंपनी के साथ 40 साल का एग्रीमेंट होगा. कंपनी को लीज के बजाय लाइसेंस दिया जाएगा. तीन चरणों में डिवेलप होने वाली फिल्म सिटी के फर्स्ट फेज में फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क, विला आदि तैयार किए जाएंगे. अथॉरिटी अधिकारियों का कहना है कि पहले ही चरण में फिल्म शूटिंग से जुड़ा 80 प्रतिशत हिस्सा तैयार कर लिया जाएगा. उसके बाद हॉस्पिलिटी, रिजॉर्ट व अन्य व्यापारिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा. तीसरे चरण में रिटेल डेवलपमेंट होगा.

ये भी पढ़ें- जो तालिबान का समर्थन करते हैं वो राष्ट्र विरोधी हैं, लेकिन हमारे पास नेतृत्व है: गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा



डिजिटल टेक्नोलॉजी का जलवा: नोएडा की फिल्म सिटी में कदम -कदम पर दिखेगा डिजिटल टेक्नोलॉजी का जलवा. यहां थ्री डी स्टूडियो होंगे. 360 डिग्री पर घूमने वाले सेट होंगे. साउंड रिकॉर्डिंग, एडिटिंग व एनिमेशन स्टूडियो भी होंगे.

फिल्म यूनिवर्सिटी: फिल्म सिटी में एक फि‍ल्म विश्वविद्यालय भी बनेगा, जहां स्टूडेंट फिल्म निर्माण की आधुनिक तकनीकों की शिक्षा पा सकेंगे. यहां पर फिल्मों से जुड़े विषयों पर शोध भी होगा. विज्ञापन फिल्मों को बनाने की तकनीक का बतायी जाएगी.

फिल्म टूरिज्म: फिल्म सिटी में फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष स्टूडियो बनाए जाएंगे. फिल्म शूटिंग के लिए बनाए जाने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर को इस तरह से बनाया जाएगा, ताकि लोग इसे देखने आ सकें. यहां पर कॉमन फैसिलिटी सेंटर भी बनेगा, जहां फिल्म से जुड़ी हुई सारी सुविधाएं मिलेंगी. फिल्म से जुड़े लोग एक छत के नीचे जरूरत की सभी सुविधाएं पा सकेंगे.

होटल और रिज़ॉर्ट: फिल्म सिटी में शूटिंग के लिए आने वाले अभिनेता तथा स्टाफ के लिए होटल (पांच सितारा और तीन सितारा) बनाया जाएगा, इसके अलावा लग्जरी रिज़ॉर्ट और एम्यूजमेंट पार्क भी बनाया जाएगा, ताकि लोग यहां दिन बिताने आएं.

लखनऊ: हॉलीवुड की तर्ज पर गौतमबुद्धनगर जिले में बनायी जाने वाली फिल्म सिटी के निर्माण की तैयारियों ने अब रफ्तार पकड़ ली है. अब डीपीआर बनाने वाली कंपनी तीन सप्ताह में बिड डाक्यूमेंट तैयार करेगी. इसके बाद ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा. सब कुछ योजना के अनुसार हुआ तो अगले वर्ष के शुरुआती महीने में फिल्म सिटी के निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा.

तीन चरणों में विकसित की जाने वाली इस फिल्म सिटी के पहले चरण में फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क, विला आदि तैयार किए जाएंगे. यमुना सिटी में 6 हजार करोड़ की लागत से एक हजार एकड़ में ये फिल्म सिटी तैयार होगी. इस फिल्म सिटी में करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. एक हजार एकड़ भूमि पर बनाई जाने वाली ये इंटरनेशनल फिल्म सिटी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल दिसंबर में एक विश्वस्तरीय फिल्म सिटी का निर्माण राज्य में करने का फैसला किया था. इसके तहत यीडा के सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ भूमि फिल्म सिटी के लिए चिन्हित की गई. यूपी की इस पहली फिल्म सिटी में विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीकों को शामिल किया जाना है. अधिकारियों का कहना है कि इस फिल्म सिटी का एक बड़ा हिस्सा डिजिटल टेक्नोलॉजी से जुड़ा होगा. फिल्मों में डिजिटल माध्यमों के बढ़ते चलन के कारण यीडा के सेक्टर-21 में बनायी जाने वाली इस फिल्म सिटी को इन्फोटेनमेंट सिटी कहा जाएगा.

राज्य की इस पहली फिल्म सिटी में सीरियल और फिल्मों की शूटिंग के विशेष स्टूडियो, एनिमेशन, वेब सीरीज, कार्टून फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, डिजिटल मीडिया आदि के लिए सभी जरूरी सुविधाएं दी जाएंगी. फिल्म प्रोडक्शन स्टूडियो, आउटडोर लोकेशन, स्पेशल इफेक्ट स्टूडियो, होटल, क्लब हाउस, गांव, वर्कशॉप, टूरिस्ट और एंटरटेनमेंट, शॉपिंग कांप्लेक्स, फूड कोर्ट, एम्यूजमेंट पार्क, कन्वेंशन सेंटर व पार्किंग भी फिल्म सिटी में बनेंगे. फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार करने के लिए सरकार ने एक विख्यात सलाहकार एजेंसी के रूप में चयन किया था.

उक्त एजेंसी ने दुनिया की विख्यात फिल्म सिटी का सर्वे कर और बड़े फिल्मकारों के प्रस्ताव एवं प्रदेश सरकार की फिल्म नीति को ध्यान में रखते हुए यूपी में बनायी जाने वाली फिल्म सिटी के निर्माण संबंधी डीपीआर तैयार की. इस डीपीआर में इस बात का उल्लेख किया किया गया है कि किस वित्तीय माडल पर फिल्म सिटी को बनाया जाए.

फिल्म सिटी के प्रथम चरण, दूसरे चरण व तीसरे के निर्माण पर आने वाले खर्च का फाइनल ब्यौरा व निर्माण समय सीमा का विस्तृत ब्यौरा भी डीपीआर में है. फिल्म सिटी के संचालन, रखरखाव तथा फिल्म सिटी से आमदनी व रोजगार का हिसाब भी डीपीआर में बताया गया है. फिल्म सिटी को पर्यटन स्थल की रूप में कैसे विकसित किया जाए? इसका भी डीपीआर में उल्लेख है. फिल्म सिटी की इस डीपीआर को बीते दिनों शासन की मंजूरी मिल गई. अब डीपीआर बनाने वाली कंपनी तीन सप्ताह में बिड डाक्यूमेंट तैयार करेगी. जिसके बाद ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा. ग्लोबल टेंडर की प्रक्रिया में देश और विदेशी कंपनियां भी हिस्सा ले सकेंगी. दो माह के भीतर ही फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली कंपनी का चयन किया जाएगा.

तीन चरणों में विकसित होने वाली फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली कंपनी का चयन 31 दिसंबर तक किया जाएगा. फिल्म सिटी का निर्माण करने वाली कंपनी के साथ 40 साल का एग्रीमेंट होगा. कंपनी को लीज के बजाय लाइसेंस दिया जाएगा. तीन चरणों में डिवेलप होने वाली फिल्म सिटी के फर्स्ट फेज में फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क, विला आदि तैयार किए जाएंगे. अथॉरिटी अधिकारियों का कहना है कि पहले ही चरण में फिल्म शूटिंग से जुड़ा 80 प्रतिशत हिस्सा तैयार कर लिया जाएगा. उसके बाद हॉस्पिलिटी, रिजॉर्ट व अन्य व्यापारिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा. तीसरे चरण में रिटेल डेवलपमेंट होगा.

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डिजिटल टेक्नोलॉजी का जलवा: नोएडा की फिल्म सिटी में कदम -कदम पर दिखेगा डिजिटल टेक्नोलॉजी का जलवा. यहां थ्री डी स्टूडियो होंगे. 360 डिग्री पर घूमने वाले सेट होंगे. साउंड रिकॉर्डिंग, एडिटिंग व एनिमेशन स्टूडियो भी होंगे.

फिल्म यूनिवर्सिटी: फिल्म सिटी में एक फि‍ल्म विश्वविद्यालय भी बनेगा, जहां स्टूडेंट फिल्म निर्माण की आधुनिक तकनीकों की शिक्षा पा सकेंगे. यहां पर फिल्मों से जुड़े विषयों पर शोध भी होगा. विज्ञापन फिल्मों को बनाने की तकनीक का बतायी जाएगी.

फिल्म टूरिज्म: फिल्म सिटी में फिल्म टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष स्टूडियो बनाए जाएंगे. फिल्म शूटिंग के लिए बनाए जाने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर को इस तरह से बनाया जाएगा, ताकि लोग इसे देखने आ सकें. यहां पर कॉमन फैसिलिटी सेंटर भी बनेगा, जहां फिल्म से जुड़ी हुई सारी सुविधाएं मिलेंगी. फिल्म से जुड़े लोग एक छत के नीचे जरूरत की सभी सुविधाएं पा सकेंगे.

होटल और रिज़ॉर्ट: फिल्म सिटी में शूटिंग के लिए आने वाले अभिनेता तथा स्टाफ के लिए होटल (पांच सितारा और तीन सितारा) बनाया जाएगा, इसके अलावा लग्जरी रिज़ॉर्ट और एम्यूजमेंट पार्क भी बनाया जाएगा, ताकि लोग यहां दिन बिताने आएं.

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