बरेली: जिले में तेजी से बढ़ रहे साइबर क्राइम की वारदातों को रोकने के लिए हर थाने में साइबर यूनिट बनाई जाएगी. प्रदेश सरकार ने पहले चरण में प्रदेश के हर जिले में कुछ थानों को चिन्हित किया है. इन थानों में एक इंस्पेक्टर साइबर संबंधी अपराध के लिए अपनी टीम के साथ मौजूद रहेगा. हर यूनिट अपने क्षेत्र में होने वाले साइबर क्राइम पर काम करेगी.
साइबर ठगी, मोबाइल चोरी, फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी समेत व्हाट्सएप पर अश्लील वीडियो आने से परेशान लोगों को अब न्याय पाने के लिए पुलिस अधिकारियों के चक्कर नहीं काटने होंगे. यूपी पुलिस ने साइबर क्राइम के बढ़ते हुए ग्राफ को देखकर हर थाने में साइबर यूनिट लगाने की प्लानिंग की है. यह यूनिट थानावार काम करेगी. इन थानों में होने वाले साइबर क्राइम की वारदातों को थाने की यूनिट ही सुनेगी. हर यूनिट पर एक इंस्पेक्टर, एक दरोगा और दो कांस्टेबल की टीम मौजूद रहेगी.
अधिकारियों से करनी होगी शिकायत
बरेली के 29 थानों में से पहले चरण में 4 थाने में साइबर यूनिट लगाई जा रही है. जिसमें सुभाषनगर, प्रेमनगर, बारादरी और कोतवाली शामिल हैं. इसके अलावा बाकी के थानों में अगर कोई साइबर क्राइम की घटना होती है तो उन्हें साइबर सेल या आलाधिकारियों से इसकी शिकायत करनी होगी. उनके आदेश पर ही थाने में मुकदमा दर्ज कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पीड़ित एसपी सिटी, एसपी देहात, एसपी क्राइम और एसएसपी से इसकी शिकायत कर सकते हैं.
इन अपराधों पर यूनिट करेगी काम
साइबर ठगी, मोबाइल गिरने के मामले में, फेसबुक या व्हाट्सऐप पर अभद्र पोस्ट, नकली आईडी बनाने के मामले में, फोटो से छेड़खानी करने के मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. एटीएम की क्लोनिंग कर पैसा निकालने के मामले में, साइबर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए शहर के चार थानों में साइबर युनिट लगाई जा रही है.
जनता को रहेगी इंसाफ की उम्मीद
प्रदेश के अंदर साइबर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. बरेली में भी हाल ही की घटनाओं में साइबर ठगी की बहुत सारी घटनाएं सामने आई है, जिसमें ओएलक्स, जोमाटो और स्विग्गी से होने वाली ठगी सबसे ज्यादा देखने को मिली है. साइबर थाने खुलने से साइबर ठगी में कहीं ना कहीं कुछ कमी आएगी. पुलिस की यह मुहिम जनता के लिए कारागर साबित होगी और जनता को इंसाफ मिलने की उम्मीद रहेगी.