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सरकारी और निजी अस्पताल जल्द से जल्द लगवाएं ऑक्सीजन प्लांट : रोशन जैकब - oxygen plant in lucknow

लखनऊ की प्रभारी कोविड अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने राजधानी के अटल बिहारी कन्वेंशन सेंटर में शहर के सभी अस्पतालों के साथ बैठक की. बैठक में डॉ. रोशन जैकब ने कहा कि सभी निजी क्षेत्र के अस्पताल और मेडिकल कॉलेज अपने यहां ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट जल्द से जल्द लगवाना सुनिश्चित करें, ताकि ऑक्सीजन की कमी को समाप्त किया जा सके.

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Published : May 6, 2021, 2:36 AM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति और कोविड रोगियों के लिए बेड उपलब्ध कराने के संबंध में जिले की प्रभारी कोविड अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने बुधवार को अटल बिहारी कन्वेंशन सेंटर में जनपद के सभी हॉस्पिटलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा गया कि सभी अस्पताल एलएमओ पर निर्भरता कम करें. उन्होंने कहा कि सभी निजी क्षेत्र के अस्पताल और मेडिकल कॉलेज अपने यहां ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट जल्द से जल्द लगवाना सुनिश्चित करें, ताकि ऑक्सीजन की कमी को समाप्त किया जा सके.

यह भी पढ़ें: यूपी में पंचायत चुनाव के लिए लगी आचार संहिता खत्म



प्लांट लगवाने के लिए बनाया गया नोडल

उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगवाने के लिए नोडल बनाया गया है. जो कार्यदायी संस्थाओं से हॉस्पिटलों का समन्वय स्थापित कराकर ऑक्सीजन प्लांट लगवाने में सहयोग प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी हॉस्पिटल स्वयं ऑक्सीजन प्लांट लगा कर आत्मनिर्भर बनें और कोविड रोगियों के उपचार में सहयोग प्रदान करें. प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे कि कितने अस्पतालों ने ऑक्सीजन प्लांट लगवाया है और कितने अस्पतालों ने नहीं लगवाया है.

अस्पतालों ने डीएसओ पोर्टल पर नहीं दर्ज किया विवरण

उधर, अभी तक कुछ अस्पताल डीएसओ पोर्टल पर अपने यहां उपलब्ध और भरे हुए बेड की स्थिति दर्ज नहीं करा रहे हैं. लखनऊ हॉस्पिटल, नोवा हॉस्पिटल, जीसीआरजी हॉस्पिटल, रेवंता हॉस्पिटल, जेपी हॉस्पिटल और कमाण्ड हॉस्पिटल ने अभी तक पोर्टल पर कोई विवरण दर्ज नहीं किया है. जिसके संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि, इन अस्पतालों को नोटिस जारी करते हुए पोर्टल पर विवरण दर्ज कराना सुनिश्चित कराया जाए. साथ ही प्रभारी कोविड अधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी हॉस्पिटल प्रतिदिन सुबह 8 बजे और शाम 4 बजे अपने यहां उपलब्ध और भरे हुए बेड की वास्तविक स्थिति दर्ज करना सुनिश्चित करें.

शासन की तरफ से जारी डिस्चार्ज पॉलिसी का करें अनुपालन

इसके साथ ही प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी हॉस्पिटल शासन द्वारा जारी डिस्चार्ज पॉलिसी का अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा देखा गया है कि रोगी के सही हो जाने के उपरांत भी हॉस्पिटल उनको अनावश्यक रूप से किसी ना किसी जांच व अन्य कारण बताकर रोके रखते हैं. इस प्रकार का कार्य करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

अस्पतालों में बने कोविड हेल्पडेस्क

उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अस्पताल अपने यहां कोविड हेल्पडेस्क बनाना सुनिश्चित करें, ताकि मरीजों के परिजनों को उनकी स्थिति के बारे में बताया जा सके. उन्होंने कहा कि यह देखा जाता है कि, रोगी को भर्ती करने के बाद अस्पताल की तरफ से उनके परिजनों को कोई भी फीडबैक नहीं दिया जाता है. जिसके कारण रोगी के परिवार के लोग परेशान होते हैं.

मरीजों के परिजनों से ऑक्सीजन मंगाने पर होगी कार्रवाई

प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा कि कुछ अस्पताल मरीजों के परिजनों को स्वयं ऑक्सीजन सिलेंडर लाने को कहते हैं, यह बिल्कुल अनुचित है. सभी हॉस्पिटलों को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है. अस्पताल मरीजों के परिजनों से ऑक्सीजन की मांग नहीं करेंगे, अन्यथा ऐसे करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

अधिक धन वसूली पर अस्पतालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा कि कोरोना रोगियों के इलाज के लिए अधिक धन वसूली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया कि शासन द्वारा निर्धारित पैकेज के अनुसार ही कोविड रोगियों से इलाज का पैसा लें. अधिक वसूली करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

साथ ही उन्होंने कहा कि, कोविड रोगियों के उपचार में किसी भी प्रकार की शिथिलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सभी अस्पताल कोविड रोगियों को उचित स्तर का उपचार उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराएं और सीनियर डॉक्टर स्वयं राउंड लेकर रोगियों की मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित करें.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति और कोविड रोगियों के लिए बेड उपलब्ध कराने के संबंध में जिले की प्रभारी कोविड अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने बुधवार को अटल बिहारी कन्वेंशन सेंटर में जनपद के सभी हॉस्पिटलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा गया कि सभी अस्पताल एलएमओ पर निर्भरता कम करें. उन्होंने कहा कि सभी निजी क्षेत्र के अस्पताल और मेडिकल कॉलेज अपने यहां ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट जल्द से जल्द लगवाना सुनिश्चित करें, ताकि ऑक्सीजन की कमी को समाप्त किया जा सके.

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प्लांट लगवाने के लिए बनाया गया नोडल

उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगवाने के लिए नोडल बनाया गया है. जो कार्यदायी संस्थाओं से हॉस्पिटलों का समन्वय स्थापित कराकर ऑक्सीजन प्लांट लगवाने में सहयोग प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा कि सभी हॉस्पिटल स्वयं ऑक्सीजन प्लांट लगा कर आत्मनिर्भर बनें और कोविड रोगियों के उपचार में सहयोग प्रदान करें. प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे कि कितने अस्पतालों ने ऑक्सीजन प्लांट लगवाया है और कितने अस्पतालों ने नहीं लगवाया है.

अस्पतालों ने डीएसओ पोर्टल पर नहीं दर्ज किया विवरण

उधर, अभी तक कुछ अस्पताल डीएसओ पोर्टल पर अपने यहां उपलब्ध और भरे हुए बेड की स्थिति दर्ज नहीं करा रहे हैं. लखनऊ हॉस्पिटल, नोवा हॉस्पिटल, जीसीआरजी हॉस्पिटल, रेवंता हॉस्पिटल, जेपी हॉस्पिटल और कमाण्ड हॉस्पिटल ने अभी तक पोर्टल पर कोई विवरण दर्ज नहीं किया है. जिसके संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि, इन अस्पतालों को नोटिस जारी करते हुए पोर्टल पर विवरण दर्ज कराना सुनिश्चित कराया जाए. साथ ही प्रभारी कोविड अधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी हॉस्पिटल प्रतिदिन सुबह 8 बजे और शाम 4 बजे अपने यहां उपलब्ध और भरे हुए बेड की वास्तविक स्थिति दर्ज करना सुनिश्चित करें.

शासन की तरफ से जारी डिस्चार्ज पॉलिसी का करें अनुपालन

इसके साथ ही प्रभारी अधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी हॉस्पिटल शासन द्वारा जारी डिस्चार्ज पॉलिसी का अनुपालन कराना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने बताया कि कई बार ऐसा देखा गया है कि रोगी के सही हो जाने के उपरांत भी हॉस्पिटल उनको अनावश्यक रूप से किसी ना किसी जांच व अन्य कारण बताकर रोके रखते हैं. इस प्रकार का कार्य करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

अस्पतालों में बने कोविड हेल्पडेस्क

उन्होंने निर्देश दिया कि सभी अस्पताल अपने यहां कोविड हेल्पडेस्क बनाना सुनिश्चित करें, ताकि मरीजों के परिजनों को उनकी स्थिति के बारे में बताया जा सके. उन्होंने कहा कि यह देखा जाता है कि, रोगी को भर्ती करने के बाद अस्पताल की तरफ से उनके परिजनों को कोई भी फीडबैक नहीं दिया जाता है. जिसके कारण रोगी के परिवार के लोग परेशान होते हैं.

मरीजों के परिजनों से ऑक्सीजन मंगाने पर होगी कार्रवाई

प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा कि कुछ अस्पताल मरीजों के परिजनों को स्वयं ऑक्सीजन सिलेंडर लाने को कहते हैं, यह बिल्कुल अनुचित है. सभी हॉस्पिटलों को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है. अस्पताल मरीजों के परिजनों से ऑक्सीजन की मांग नहीं करेंगे, अन्यथा ऐसे करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.

अधिक धन वसूली पर अस्पतालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

प्रभारी कोविड अधिकारी ने कहा कि कोरोना रोगियों के इलाज के लिए अधिक धन वसूली को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सभी निजी अस्पतालों को निर्देश दिया गया कि शासन द्वारा निर्धारित पैकेज के अनुसार ही कोविड रोगियों से इलाज का पैसा लें. अधिक वसूली करने वाले अस्पतालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

साथ ही उन्होंने कहा कि, कोविड रोगियों के उपचार में किसी भी प्रकार की शिथिलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सभी अस्पताल कोविड रोगियों को उचित स्तर का उपचार उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराएं और सीनियर डॉक्टर स्वयं राउंड लेकर रोगियों की मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित करें.

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