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टोंक में 36 घंटे बाद भी नहीं उठाया मृतक युवक का शव, हनुमान बेनीवाल ने दी यह चेतावनी

टों के पीपलू थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या के मामले में ग्रामीणों ने शव उठाने से इनकार कर दिया. मुआवजे सहित विभिन्न मांगों पर अड़े ग्रामीणों से प्रशासन की समझाइश विफल रही है. मौके पर आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल भी पहुंचे.

family refused to take body of youth in Tonk, Hanuman Beniwal asked for justice
टोंक में 36 घंटे बाद भी नहीं उठाया मृतक युवक का शव, हनुमान बेनीवाल ने दी यह चेतावनी
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Published : Jun 29, 2023, 8:03 PM IST

Updated : Jun 29, 2023, 9:24 PM IST

युवक की हत्या को लेकर हनुमान बेनीवाल ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

टोंक. जिले के पीपलू थाना क्षेत्र में गाता और डोडवाड़ी गांव के बीच हुई शंकर मीणा की हत्या के बाद ग्रामीणों ने 36 घंटे बाद भी शव को नहीं उठाया है. वहीं मृतक के परिवार और ग्रामीणों की मांगों के समर्थन में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल घटनास्थल पंहुचे और उन्होंने राजस्थान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक मृतक के परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, यहां से नहीं हटेंगे. मामले में पुलिस ने 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

ये हैं ग्रामीणों की मांग: टोंक जिले में एक बार फिर से बजरी खनन को लेकर 24 साल के युवक की हत्या के बाद ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का ऐलान कर दिया गया है. उनकी मांगों में बजरी लीज धारक और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने, मृतक के परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा, सरकारी नौकरी देने की मांग प्रमुख है. ग्रामीणों ने लीज नाको की जांच के साथ ही अपराधी प्रवृति के लोगों और नाको पर कार्य करने वालों का पुलिस वेरिफिकेशन करने की मांग भी की है.

पढ़ें: कांग्रेस नेता की हत्या: 40 घंटे बाद बनी सहमति, परिजनों ने उठाया शव, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

बजरी माफियाओं से मिली हुई है सरकार: सुबह से आरएलपी के दो विधायक मौके पर मौजूद थे. वहीं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल काफिले के साथ गुरुवार शाम को घटनास्थल पंहुचे. उन्होंने राजस्थान सरकार को गूंगी-बहरी बताते हुए कहा कि बजरी माफियाओं से मिली हुई है यह सरकार. जब तक मृतक के परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे. घटना स्थल पर अजमेर रेंज आईजी, डिविजनल कमिश्नर, एसपी और जिला कलेक्टर भी पहुंचे. घटना के 36 घंटे गुजर जाने के बावजूद शव को उठाने के समझाइश के प्रयास कामयाब नहीं हो पाए. पुलिस ने इस मामले में घटनास्थल के पास नाकों पर तैनात 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित जरूर किया है.

पढ़ें: barmer kojaram murder case: 4 दिनों से चल रहा गतिरोध टूटा, प्रशासन ने मानी मांगें, शव उठाने पर सहमति

यह है घटना: बताया जा रहा है कि पीपलू के डोडवाड़ी बनास नदी क्षेत्र में खनन को लेकर ट्रैक्टर चालक को बजरी लीज धारक के नाकाकर्मियों ने बुरी तरह पीटा. जिससे उसकी मौत हो गई. आज सुबह उसका शव एक खेत में मिला. युवक के मुंह में रुई ठूसी होने के साथ ही मारपीट के गहरे घाव हैं. ग्रामीण और परिजन मौके पर ही शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं. टोंक की कार्यवाहक एडिशनल एसपी गीता चौधरी भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली. उनसे पहले पीपलू एसडीएम, डीएसपी और थानाधिकारी मय पुलिस जाब्ते के मौके पर हैं और लोगों से समझाइश कर रहे हैं.

युवक की हत्या को लेकर हनुमान बेनीवाल ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

टोंक. जिले के पीपलू थाना क्षेत्र में गाता और डोडवाड़ी गांव के बीच हुई शंकर मीणा की हत्या के बाद ग्रामीणों ने 36 घंटे बाद भी शव को नहीं उठाया है. वहीं मृतक के परिवार और ग्रामीणों की मांगों के समर्थन में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल घटनास्थल पंहुचे और उन्होंने राजस्थान सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक मृतक के परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, यहां से नहीं हटेंगे. मामले में पुलिस ने 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

ये हैं ग्रामीणों की मांग: टोंक जिले में एक बार फिर से बजरी खनन को लेकर 24 साल के युवक की हत्या के बाद ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है. ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन का ऐलान कर दिया गया है. उनकी मांगों में बजरी लीज धारक और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करने, मृतक के परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा, सरकारी नौकरी देने की मांग प्रमुख है. ग्रामीणों ने लीज नाको की जांच के साथ ही अपराधी प्रवृति के लोगों और नाको पर कार्य करने वालों का पुलिस वेरिफिकेशन करने की मांग भी की है.

पढ़ें: कांग्रेस नेता की हत्या: 40 घंटे बाद बनी सहमति, परिजनों ने उठाया शव, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

बजरी माफियाओं से मिली हुई है सरकार: सुबह से आरएलपी के दो विधायक मौके पर मौजूद थे. वहीं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल काफिले के साथ गुरुवार शाम को घटनास्थल पंहुचे. उन्होंने राजस्थान सरकार को गूंगी-बहरी बताते हुए कहा कि बजरी माफियाओं से मिली हुई है यह सरकार. जब तक मृतक के परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे. घटना स्थल पर अजमेर रेंज आईजी, डिविजनल कमिश्नर, एसपी और जिला कलेक्टर भी पहुंचे. घटना के 36 घंटे गुजर जाने के बावजूद शव को उठाने के समझाइश के प्रयास कामयाब नहीं हो पाए. पुलिस ने इस मामले में घटनास्थल के पास नाकों पर तैनात 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित जरूर किया है.

पढ़ें: barmer kojaram murder case: 4 दिनों से चल रहा गतिरोध टूटा, प्रशासन ने मानी मांगें, शव उठाने पर सहमति

यह है घटना: बताया जा रहा है कि पीपलू के डोडवाड़ी बनास नदी क्षेत्र में खनन को लेकर ट्रैक्टर चालक को बजरी लीज धारक के नाकाकर्मियों ने बुरी तरह पीटा. जिससे उसकी मौत हो गई. आज सुबह उसका शव एक खेत में मिला. युवक के मुंह में रुई ठूसी होने के साथ ही मारपीट के गहरे घाव हैं. ग्रामीण और परिजन मौके पर ही शव रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं. टोंक की कार्यवाहक एडिशनल एसपी गीता चौधरी भी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली. उनसे पहले पीपलू एसडीएम, डीएसपी और थानाधिकारी मय पुलिस जाब्ते के मौके पर हैं और लोगों से समझाइश कर रहे हैं.

Last Updated : Jun 29, 2023, 9:24 PM IST
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