श्रीगंगानगर. शहर का ब्लॉक एरिया में बसा वार्ड 34 अधिकतर व्यवसायिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है. इस वार्ड में पिछली बार भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़े डॉक्टर भरतपाल मेयर ने भाजपा प्रत्याशी को बड़े अंतराल से हराया था.
वार्ड में सड़कें, नालियां, साफ-सफाई तो ठीक-ठाक है, लेकिन पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से यहां ट्रैफिक व्यधान रहता है. करीब 2100 मतदाता वाले वार्ड 34 में चुनावी मुद्दे कोई बड़े नहीं है. पीछे दस साल से वार्ड पार्षद रह चुके डॉक्टर भरतपाल मेयर ने वार्ड में काफी काम करवाए हैं. वार्ड में आने वाले शहर के सबसे बड़े नेहरू पार्क के हाल की बात करें तो पार्क का जीर्णोद्धार भी हुआ है. इस पार्क में पहले से काफी सुविधाएं बढ़ी हैं. वहीं वार्ड में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से यहां के दुकानदार और वाहन चालक काफी परेशानियां झेलते हैं.
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वार्ड 34 में तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें भाजपा से डॉक्टर नैनी मेयर और कांग्रेस से सुरिंदर कौर, निर्दलीय प्रत्याशी कुसुम गुप्ता चुनाव लड़ रही हैं. भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर नैनी मेयर का कहना है कि वार्ड में मुद्दा कोई खास नहीं है. यह वार्ड 32 पॉश इलाका है और यहां शिक्षित परिवार रहते हैं.
वार्ड में सड़कों की बात की जाए तो सड़के यहां पर बनी हुई हैं. एक-दो सड़कों को छोड़कर बाकी सब सड़कें ठीक-ठाक हालत में हैं. वहीं बात करें वार्ड में हरियाली की तो व्यक्तिगत रूप से पार्षद ने वार्ड में पौधे लगवाए हैं. हर घर के बाहर पौधे लगाए हैं. आगे और भी पौधे लगाने की कोशिश रहेगी, जिससे वार्ड को हरा भरा रखा जा सके.
वहीं वार्ड में मुख्य समस्या पार्किंग की है, जिसका समाधान निकाला जाएगा. उधर कांग्रेस प्रत्याशी सुरिंदर कौर की मानें तो वार्ड में सड़कें टूटी हुई हैं और नालियां बिल्कुल एकदम गंदे पानी से भरी हुई हैं. इसके चलते वार्ड में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां फैल रही हैं.
उन्होंने आगे बताया कि कि वार्ड के लोग चाहते हैं कि वार्ड की सफाई हो, लेकिन पिछले 10 सालों से एक ही पार्षद बन रहे हैं, उन्होंने कोई कार्य नहीं करवाया है. जिसके कारण उनसे वार्ड के लोग काफी नाराज हैं. वार्ड पार्षद डॉ. भरतपाल मेयर के बारे में कांग्रेस प्रत्याशी कहती हैं कि वार्ड के लोगों का कहना है कि पहले डॉक्टर खुद 10 साल तक पार्षद रहे अब पत्नी को खड़ा कर दिया है. ऐसे में क्या वार्ड पार्षद इनका अपना परिवारिक हक रह गया है.