राजसमंद. महामारी कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए शुक्रवार को श्रीनाथजी मंदिर में एक बार फिर दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया गया है. मंदिर के तिलकायत राकेश महाराज ने आदेश जारी कर आमजन के लिए मंदिर के दर्शन पूरी तरह से बंद करने के निर्देश दिए है.
आगामी 31 मार्च तक मंदिर में केवल सेवा वाले लोग ही प्रवेश कर पाएंगे. साथ ही अंदर मौजूद गैर जरूरी लोगों का प्रवेश भी वर्जित रहेगा. श्रीनाथजी का सेवा क्रम पूर्ण रूप से चलता रहेगा. परम्परा अनुसार दर्शन के लिए कपाड़ केवल अंदर खोले जाएंगे. लेकिन बाहर से किसी भी व्यक्ति, दर्शनाथी, वैष्णवजन को अंदर जाने नहीं दिया जाएगा.
श्रीनाथजी के साथ ही नवनीत प्रियाजी और मदनमोहनजी में भी दर्शन आम जन के लिए नहीं खोले जाएंगे. वहीं मंदिर मंडल के अधिकारी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि ज्यादा व्यक्ति एक दूसरे के संपर्क में ना आए इसके चलते यह भी निर्देशित किया गया है कि जिन सेवादारों को उक्त पारंपरिक सेवा कार्य संपादित करना होता है, केवल वही मंदिर परिसर में जा सकेंगे.
इस अवसर पर उन्होंने एक ऐतिहासिक प्रसंग का जिक्र करते हुए बताया कि सन् 1918 में भी स्पैनिश फ्लू के चलते तत्कालीन महाराज श्री गोवर्धन लाल जी ने इसी प्रकार मंदिर के कपाट आम दर्शनार्थियों के लिए बंद करवाए थे. साथ ही उन्होंने श्रीनाथजी के पंचांग का हवाला देते हुए बताया कि पिछले वर्ष ही इस महामारी की भविष्यवाणी की गई थी. लेकिन सभी लोग भयभीत न हो सावधानी बरतें और मंदिर की व्यवस्था में सहयोग करे.
पढ़ें: Corona का कहर: महामारी से निपटने के लिए कोटा सेंट्रल जेल में कैदी तैयार कर रहे मास्क
पहले कोरोना वायरस के चलते दर्शन व्यवस्था में बदलाव किया गया था. जिसमें प्रतिदर्शन 50 से 60 दर्शनर्थियों को दर्शन करवाए जा रहे थे. लेकिन अब नए आदेश के अनुसार किसी भी व्यक्ति को दर्शन नहीं करवाए जाएंगे. 15 मार्च के बाद से ही दर्शनार्थियों की सांख्य में कमी देखने को मिल रही थी. होटलों और धर्मशालाओं में अब तक 90% बुकिंग कैंसिल हो गई है. वहीं अब इस आदेश के बाद दर्शनार्थी के नाथद्वारा पहुंचने की उम्मीद कम है.