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किरण माहेश्वरी का गहलोत सरकार पर निशाना, कहा- मॉल और रेस्टोरेंट खोल सकते हैं तो धर्मस्थल क्यों नहीं?

कोरोना संक्रमण की वजह से करीब ढाई माह से बंद मॉल, होटल और रेस्टोरेंट सोमवार से खुलने जा रहे हैं. हालांकि अभी तक धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत नहीं दी गई है. ऐसे में राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि जब राज्य सरकार प्रदेश में मॉल, होटल, रेस्टोरेंट्स और बाजार खोलने की अनुमति दे रही है, तो धर्म स्थलों को खोलने में क्या आपत्ति है. उन्होंने इस निर्णय को भेदभाव पूर्ण और विवेकहीन बताया है.

Permission to open shrine, धर्मस्थल खोलने की अनुमति
किरण माहेश्वरी का गहलोत सरकार पर कटाक्ष
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Published : Jun 7, 2020, 5:02 PM IST

राजसमंद. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का दौर लगातार जारी है. हर रोज कोरोना से जुड़े नए मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है.

इस बीच पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी ने सोमवार से प्रदेश में धर्मस्थल नहीं खोलने की राज्य सरकार के निर्णय को भेदभाव पूर्ण और विवेकहीन बताया है. माहेश्वरी ने कहा कि जब राज्य सरकार प्रदेश में मॉल, होटल, रेस्टोरेंट्स और बाजार खोलने की अनुमति दे रही है, तो धर्म स्थलों को खोलने में क्या आपत्ति है.

माहेश्वरी ने बताया कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात में धर्मस्थल खोलने की अनुमति दे दी गई है. राजस्थान में ऐसी कोई विशेष परिस्थितियां नहीं है कि धर्मस्थलों पर प्रतिबंध रखा जाए. राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों को नहीं खोलने के पीछे कोई विशेष कारण भी नहीं बताया है.

पढ़ेंः अलवर: Corona केस मिलने के बाद क्षेत्र में तैनात पुलिसकर्मियों पर पथराव

किरण माहेश्वरी ने कहा कि जिला कलेक्टरों की समितियां बनाकर धर्मस्थलों को खोलने पर विचार करने का निर्णय भी सही नहीं है. पूरे प्रदेश में धर्मस्थलों को खोलने की नीति एक रूप होनी चाहिए. राज्य सरकार को धर्मस्थलों पर प्रतिबंध के स्थान पर कोरोना के उपचार की व्यवस्था सुदृढ़ करने, घर-घर सर्वेक्षण करने और शहरी क्षेत्र में रोजगार की व्यवस्था करने पर ध्यान देना चाहिए.

राजसमंद. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का दौर लगातार जारी है. हर रोज कोरोना से जुड़े नए मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद भी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है.

इस बीच पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी ने सोमवार से प्रदेश में धर्मस्थल नहीं खोलने की राज्य सरकार के निर्णय को भेदभाव पूर्ण और विवेकहीन बताया है. माहेश्वरी ने कहा कि जब राज्य सरकार प्रदेश में मॉल, होटल, रेस्टोरेंट्स और बाजार खोलने की अनुमति दे रही है, तो धर्म स्थलों को खोलने में क्या आपत्ति है.

माहेश्वरी ने बताया कि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात में धर्मस्थल खोलने की अनुमति दे दी गई है. राजस्थान में ऐसी कोई विशेष परिस्थितियां नहीं है कि धर्मस्थलों पर प्रतिबंध रखा जाए. राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों को नहीं खोलने के पीछे कोई विशेष कारण भी नहीं बताया है.

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किरण माहेश्वरी ने कहा कि जिला कलेक्टरों की समितियां बनाकर धर्मस्थलों को खोलने पर विचार करने का निर्णय भी सही नहीं है. पूरे प्रदेश में धर्मस्थलों को खोलने की नीति एक रूप होनी चाहिए. राज्य सरकार को धर्मस्थलों पर प्रतिबंध के स्थान पर कोरोना के उपचार की व्यवस्था सुदृढ़ करने, घर-घर सर्वेक्षण करने और शहरी क्षेत्र में रोजगार की व्यवस्था करने पर ध्यान देना चाहिए.

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