नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार का रुख एकदम से मोड़ दिया है. खबरों के मुताबिक, पार्टी शीशमहल वर्सेज राजमहल के मुद्दे पर बहुत ज्यादा बैटिंग नहीं कर पा रही है. बहरहाल अंदरखाने पार्टी नेतृत्व ने इस मुद्दे पर अब पार्टी नेताओं को बहुत ज्यादा तूल देने से मना किया है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब एंट्री यूपी और बिहार की हो चुकी है.
आंकड़े बताते हैं कि, इन दोनों ही राज्यों के मतदाताओं की संख्या दिल्ली में अच्छी खासी है. यही नहीं सूत्रों की माने तो भाजपा ऐसा माहौल तैयार कर रही है जिससे ये अरविंद केजरीवाल के लिए अभी तक का सबसे मुश्किल चुनाव बन जाए.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को चिट्ठी लिखकर बीजेपी नेता की शिकायत की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, मतदाताओं के नाम जोड़े और हटाए जा रहे हैं. बस फिर क्या था भाजपा ने इस मुद्दे पर केजरीवाल को जोर शोर से चेतावनी दे डाली. भाजपा का आरोप है कि, केजरीवाल की पार्टी हमेशा से यूपी बिहार के लोगों को फर्जी और मुंह उठाए चले आने वाले बताया करती है.
यहां तक की संसाधनों पर उनके लिए लिए रोक तक लगाने की बात कह चुकी है. गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली की सियासत में दिखा. इस मुद्दे पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने जमकर पलटवार किया है. विश्लेषकों का मानना है कि, इस बार का चुनाव काफी रोचक होने वाला है. जिस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अन्ना आंदोलन के बीच से आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ, इसी मुद्दे पर बीजेपी केजरीवाल को घेरने की पुरजोर कोशिश कर रही है. पार्टी ने अपने स्टार प्रचारक पीएम नरेंद्र मोदी को उतार दिया है और उन्होंने अपनी पहली ही चुनावी सभा में आम आदमी पार्टी पर आक्रामक हमला बोला.
मनोज तिवारी ने कहा कि, एक बार फिर से अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) ने उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को फर्जी कहा है.... ये लोग दिल्ली आकर फर्जी वोट बनवा रहे हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल खबरदार! फर्जी आप हो सकते हैं.
मनोज तिवारी ने कहा कि, "फर्जी वादे आपके और आपकी पार्टी के हो सकते हैं. फर्जी काम, चोरी, लूट और भ्रष्टाचार आप कर सकते हो. उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों का न तो विचार फर्जी होता है और न ही अपने मन की शुद्धता में कमी आने देते हैं." अब इस मुद्दे पर भाजपा पूरे चुनाव में केजरीवाल पर प्रश्न उठाएगी. पार्टी का कहना है कि ये इन राज्यों के लोगों का अपमान है और भाजपा ये नहीं सहेगी.
बहरहाल केजरीवाल ने दांव खेलते हुए दिल्ली के जाटों को दिल्ली विश्विद्यालय में नहीं मिल रहे आरक्षण का मुद्दा उठाया था. उस पर भी भाजपा ने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर चौतरफा हमला बोला है. अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली के जाट समुदाय को आरक्षण दिए जाने का मुद्दा उठाया . केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के जाट समाज को बीजेपी से 10 सालों से धोखा मिल रहा है. केजरीवाल ने पीएम के नाम लिखे एक पत्र में उन तारीखों का जिक्र कर याद दिलाया गया कि कब-कब भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के जाटों के लिए आरक्षण का वादा किया था.
इस पर हमला बोलते हुए भाजपा के जाट चेहरा प्रवेश वर्मा ने कहा कि, दिल्ली में पहली बार जाट मुख्यमंत्री डॉ. साहिब सिंह को भाजपा ने ही बनाया था. उन्होंने कहा, टमुझे देशद्रोही कहा देशभक्त जाटों का अपमान किया और अब जब नई दिल्ली की सीट खिसकती दिखी तो जाट आरक्षण का नाटक करने लगे. अरविंद केजरीवाल जाट समाज आपकी सियासी चालों को बखूबी समझ चुका है. अब नई दिल्ली की सीट छोड़कर भाग मत जाना.'
बहरहाल ये मुद्दा भी अब आदमी पार्टी ज्यादा नहीं भुना पाएगी. क्योंकि भाजपा ने ईंट का जवाब पत्थर से देने की ठान ली है और आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल को उनके होम टर्फ पर ही घेर रही है. बहरहाल पीएम मोदी की इस चुनाव में पहले ही एंट्री हो चुकी है और उन्होंने पार्टी के लिए एक लाइन पहले ही तैयार करते हुए आम आदमी पार्टी को 'आप-दा' कहा.
पीएम मोदी ने चुनावी तारीखें घोषित होने के पहले कई योजनाओं का शिलान्यास भी कर दिया ताकि दिल्ली को एक विश्वस्तरीय राजधानी बनाने का वादा पूरे चुनाव प्रचार में भाजपा करती रहे. एक तरफ आप सरकार पर हमला और दूसरी तरफ़ विकास का नैरेटिव जनता में ले जाना, इस तरह बीजेपी दो तरफा रणनीति अपना रही है.
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