पाली. पंचायती राज चुनाव के दूसरे चरण के चुनाव में पाली में आए परिणाम काफी रोचक रहे. यहां कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है. इस बार पाली प्रधान श्रवण बंजारा ने भी इस चुनाव में अपने ही गांव रुपावास से सरपंच के लिए भाग्य आजमाया था, लेकिन इस बार उनकी किस्मत अच्छी नहीं रही. उन्हें इस सरपंच चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. प्रधान श्रवण बंजारा इस चुनाव में चौथे नंबर पर रहे.
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इस चुनाव में और भी कई कद्दावर नेताओं का जादू नहीं चला पाया. पाली कांग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष मोहन हटेला ने वडेरवास ग्राम पंचायत से अपनी माता भूरी देवी को चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा. वहीं भाजपा के गुंदोज मंडल अध्यक्ष गणेश पटेल ने भी दयालपुरा ग्राम पंचायत से अपनी मां को चुनाव में उतारा था, लेकिन उनकी भी राजनीति यहां फीकी नजर आई.
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जीते हुए प्रत्याशी...
घाणेराव से पिछले चुनाव में पत्नी संतोष मेवाड़ा को जिताने वाले कांग्रेसी नेता शेखर मेवाड़ा इस बार सरपंच बनने में कामयाब रहे हैं. डेंडा से भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष उम्मीद सिंह के बेटे दिलीप सिंह ने भी जीत दर्ज की.
दूसरे चरण में बुधवार को पाली, देसूरी और सोजत पंचायत समिति की 86 ग्राम पंचायतों में चुनाव हुए. यहां 948 वार्ड पंच और 86 सरपंचों के लिए मतदान हुआ. शाम 5 बजे के बाद मतगणना की प्रक्रिया शुरू हुई.