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नागौर पशु मेले में  इस बाहुबली भैंसे ने किया सबको आकर्षित... देखें VIDEO

जिले के विश्वविख्यात रामदेव पशु मेला मैदान में 8वें दिन सांस्कृतिक पारांपरिक कार्यक्रमों की धूम रही. इस दौरान विदेशी सैलानियों ने भी पशु मेले में आयोजित घोड़ी नृत्य के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुफ्त उठाया.

बाहुबली भैंसा
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Published : Feb 12, 2019, 10:10 PM IST

नागौर. जिले के विश्वविख्यात रामदेव पशु मेला मैदान में 8वें दिन सांस्कृतिक पारांपरिक कार्यक्रमों की धूम रही. इस दौरान विदेशी सैलानियों ने भी पशु मेले में आयोजित घोड़ी नृत्य के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुफ्त उठाया.


बता दें, मेले में अब तक 5492 पशु पहुंच चुके हैं. पिछले साल 8000 पशु मेले में आए थे इस बार मेले में सात समंदर पार विदेशी मेहमान आ रहे हैं. मेले में विदेशी संस्कृति का मिलन हो रहा है. हजारों की तादाद में पशुपालक व्यापारी खुले आसमान के नीचे डेरा जमाए हुए हैं.
नागौर के विश्वविख्यात रामदेव पशु मेला में पशुओं की खरीद-फरोख्त के लिए लाखों रुपए का लेनदेन किया जा रहा है. पशु मेले में विभिन्न प्रजातियों के 5492 से अधिक पशु मेले में पहुंच चुके हैं. पर्यटन विभाग की ओर से आज घोड़ी नृत्य, उन सिंगार, गोरबंद ऊंट नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई.

बाहुबली भैंसा
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दरअसल, नागौरी नस्ल के बैलों के लिए प्रसिद्ध रामदेव पशु मेले में पिछले साल जोधपुर के भोपालगढ़ के आने वाला भीम आकर्षण का केंद्र रहा. जबकि इस बार करीब 1200 किलो वजनी वाला भैसा इस बार आकर्षण का केंद्र रहा है. मूरा नस्ल के भैंसे के मालिक जवाहर लाल जांगिड़ का कहना कि स्पेन की विख्यात बुल फाइटिंग से भी वजनी और ताकतवर है. उन्होंने बेचने से मना कर दिया. देश का विशाल और मंहगा भैसा बताया है.
वहीं, आज ऊंट नृत्य के साथ ऊंट दौड़, बैल जोड़ी, बैल जोड़ी शान बछड़ा, नागोरी दुधारू गाय, भैंस, ऊंट, घोड़ी पर प्रातियोगता आयोजित हुई. विजेताओं को पशुपालन विभाग की ओर से सम्मानित किया गया. अब तक मेले में गोवंश, भैंस, ऊंट, घोड़े आ चुके हैं.

नागौर. जिले के विश्वविख्यात रामदेव पशु मेला मैदान में 8वें दिन सांस्कृतिक पारांपरिक कार्यक्रमों की धूम रही. इस दौरान विदेशी सैलानियों ने भी पशु मेले में आयोजित घोड़ी नृत्य के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुफ्त उठाया.


बता दें, मेले में अब तक 5492 पशु पहुंच चुके हैं. पिछले साल 8000 पशु मेले में आए थे इस बार मेले में सात समंदर पार विदेशी मेहमान आ रहे हैं. मेले में विदेशी संस्कृति का मिलन हो रहा है. हजारों की तादाद में पशुपालक व्यापारी खुले आसमान के नीचे डेरा जमाए हुए हैं.
नागौर के विश्वविख्यात रामदेव पशु मेला में पशुओं की खरीद-फरोख्त के लिए लाखों रुपए का लेनदेन किया जा रहा है. पशु मेले में विभिन्न प्रजातियों के 5492 से अधिक पशु मेले में पहुंच चुके हैं. पर्यटन विभाग की ओर से आज घोड़ी नृत्य, उन सिंगार, गोरबंद ऊंट नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई.

बाहुबली भैंसा
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दरअसल, नागौरी नस्ल के बैलों के लिए प्रसिद्ध रामदेव पशु मेले में पिछले साल जोधपुर के भोपालगढ़ के आने वाला भीम आकर्षण का केंद्र रहा. जबकि इस बार करीब 1200 किलो वजनी वाला भैसा इस बार आकर्षण का केंद्र रहा है. मूरा नस्ल के भैंसे के मालिक जवाहर लाल जांगिड़ का कहना कि स्पेन की विख्यात बुल फाइटिंग से भी वजनी और ताकतवर है. उन्होंने बेचने से मना कर दिया. देश का विशाल और मंहगा भैसा बताया है.
वहीं, आज ऊंट नृत्य के साथ ऊंट दौड़, बैल जोड़ी, बैल जोड़ी शान बछड़ा, नागोरी दुधारू गाय, भैंस, ऊंट, घोड़ी पर प्रातियोगता आयोजित हुई. विजेताओं को पशुपालन विभाग की ओर से सम्मानित किया गया. अब तक मेले में गोवंश, भैंस, ऊंट, घोड़े आ चुके हैं.

Intro:slug.nagaur pasu male main selaniyon ko lubha rhain pratiyogita...नागौर पशु मेले में विदेशी सैलानियों ने जमकर प्रतियोगिता में लुफ्त उठाया.. डे प्लान की खबर वाइस ऑवर के साथ
नागौर के विश्वविख्यात रामदेव पशु मेला मैदान में आठवें दिन सांस्कृतिक..पारपारिक कार्यक्रमों की धूम रही सांफा बांध प्रतियोगिता के साथ योगाभ्यास कार्यक्रम घोड़ी और ऊंट दौड नृत्य करते पशुओं की नस्ल गुणवत्ता पर प्रतियोगिता मेले में आकर्षण का केंद्र है विदेशी सैलानियों ने भी पशु मेले में आयोजित घोड़ी नृत्य के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुफ्त उठाया मेले में अब तक 5492 पशु पहुंच चुके हैं जिसमें अधिक संख्या होती है पिछले साल 8000 पशु मेले में आए थे इस बार मेले में सात समंदर पार विदेशी मेहमान आ रहे हैं मेले में विदेशी विदेशी संस्कृति का मिलन हो रहा है हजारों की तादाद में पशुपालक व्यापारी खुले आसमान के नीचे डेरा जमाए हुए हैं


Body:नागौर के विश्वविख्यात रामदेव पशु मेला में पशुओं की खरीद-फरोख्त के लिए लाखों रुपए का लेनदेन किया जा रहा है पशु मेले में विभिन्न प्रजातियां के 5492 से अधिक पशु मेले में पहुंच चुके हैं पर्यटन विभाग की ओर से आज घोड़ी नृत्य उन सिंगार गोरबंद ऊंट नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई साथ ही नागौरी नस्ल के बैलों के लिए प्रसिद्ध रामदेव पशु मेले में पिछले साल जोधपुर के भोपालगढ़ के आने वाला भीम सा आकर्षण का केंद्र इस बार बना हुआ है करीब 12 सौ किलो वजनी इस भैसे ने अपने रिकॉर्ड कायम क्रिए ह्रै मूरा नस्ल के भैंसे के मालिक जवाहर लाल जांगिड़ का कहना कि स्पेन की विख्यात बुल फाइटिग से भी वज़नी औऱ ताकतवर है उन्होंने बेचने से मना कर दिया देश में विशाल और मंहगा भैसा बताया है वही आज ऊंट नृत्य के साथ ऊंट दौड़ बैल जोड़ी बैल जोड़ी शान बछड़ा नागोरी दुधारू गाय भैंस ऊँट घोडी पर प्रातियोगता आयोजित हुई विजेताओं को पशुपालन विभाग की ओर से सम्मानित किया गया अब तक मेले में गोवंश भैंस वंश ऊंट घोड़े आ चुके हैं.. जिले का मशहूर नागौरी नस्ल की बेल का मेला कब का आकर्षण का केंद्र इन दिनों बना हुआ है नागौरी नस्ल के बैलों में कहा जाता है कि चाय व किसान व्यापारी हर वर्ग इसके लिए मुफीद होता है मेले में पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश गुजरात और अन्य राज्यों के पशु के खरीदार इस मेले में शिरकत कर रहे हजारों की तादाद में इस बार मेले में बिकने आए पशुओं की आवक लगातार बढ़ती जा रही है नागौरी नस्ल के बैलों के बारे में कहा जाता है किसानों के व्यापारी हो नागौरी नस्ल के बेल 21 साबित ही होते हैं पशुपालन की नजर में यह मेला जानवरों की खरीद के बहतेर है


Conclusion:पिछले साल इस मेले में आकर्षण लगातार कम होता जा रहा है जिसकी वजह से 3 साल से कम उम्र के बछड़ों को दूसरे राज्य में ले जाने पर सुप्रीम कोर्ट की रोक लगी हुई पशु वध के कारण न्यायालय ने रोक से मेले जरूर इस बार जरूर प्रभावित हो रहे दिन बे दिन की संख्या लगातार कम होती जा रही है
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