कोटा. कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद राजस्थान सरकार ने शिक्षण संस्थानों को 1 सितंबर से खोलने की घोषणा करते हुए आदेश जारी कर दिए हैं. जारी आदेश में कक्षा 9वीं से ऊपरी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए ही शिक्षण संस्थान खोलने की बात कही है. ऐसे में कोटा में इस आदेश के खिलाफ रोष सामने आने लगा है.
स्कूल संचालकों ने राज्य सरकार के इस आदेश पर रोष जताया है. उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों के स्कूल भी खुलने चाहिए. क्योंकि अधिकांश प्राइवेट स्कूल कक्षा 1 से लेकर 5वीं या 8वीं तक के हैं. ऐसे में राज्य सरकार के इस आदेश से छोटे स्कूल संचालकों को कोई लाभ नहीं मिलेगा. स्कूल संचालकों ने राज्य सरकार पर अनदेखी करने का आरोप भी लगाया है. उनका कहना है कि प्राइमरी स्कूल भी खोले जाने चाहिए.
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इन स्कूलों को लेकर सरकार को पॉलिसी बना दे और कक्षा में बच्चों के बैठने की क्षमता को भी कम कर दे तो भी कोई दिक्कत नहीं होगी. लेकिन इस तरह से स्कूलों को बंद रखने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही बच्चों का समय भी खराब हो रहा है.
संचालकों ने 16 अगस्त से ही स्कूलों को खोलने की मांग की है. उन्होंने कहा कि 16 अगस्त से ही विद्यालय खोले जाने चाहिए थे, सरकार ने इतनी लंबी तारीख दी है जो कि गलत है. स्कूल संचालकों का कहना है कि छोटे बच्चों के स्कूल 17 महीने से बंद हैं. कई बच्चे घर पर भी बिल्कुल नहीं पढ़ पा रहे हैं.