झालावाड़: राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर कोटा-झालावाड़ के बीच स्थित दरा की नाल में इन दिनों घंटों तक जाम लगा रहता है. हाईवे पर बड़े व छोटे वाहन रेंगकर चलते हैं. जिले से जुड़े कस्बे से कोटा के बीच करीब 85 किलोमीटर की दूरी को तय करने में घंटों का समय लग रहा है. ऐसे में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए मंगलवार को क्षेत्र के सांसद दुष्यंत सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की. इस दौरान सांसद ने झालावाड़-कोटा मार्ग की दरा नाल में जाम की समस्या से परिवहन मंत्री को अवगत कराया. उन्होंने दरा में एक और अंडरपास बनाकर हाईवे पर यातायात सुगम बनाने की मांग की.
इस मौके पर सांसद दुष्यंत सिंह ने कहा कि झालावाड़-कोटा के बीच दरा नाल में इन दिनों अत्यधिक यातायात है. इस कारण जाम लगने की समस्या है. ऐसे में नाल के दोनों और जाम लगने पर वाहनों की कतार लग जाती है. इससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से एनएचएआई, रेलवे और वन विभाग में समन्वय स्थापित कर अंडरपास बनवाने की मांग की. इस पर केंद्रीय मंत्री ने समस्या का निस्तारण करने की बात कही है.
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झालावाड़ कोटा का मुख्य मार्ग है एनएच 52: बता दें कि एनएच 52 झालावाड़ से कोटा के बीच मुख्य मार्ग है. ऐसे में झालावाड़ के जिला अस्पताल से आए दिन गंभीर मरीज यहां से कोटा के लिए रेफर होते है. ऐसे में घंटों जाम लगने के कारण कई बार मरीजों की जान सांसत में आ जाती है. गत दिनों यहां जाम में फंसने से एक मरीज की मौत का मामला भी सामने आया है. यहां कोटा जिले के रामगंजमंडी निवासी मुस्तकीम ने बताया कि उनके छोटे भाई अमीन को डॉक्टर ने कोटा रेफर किया था. कोटा ले जाने के दौरान एम्बुलेंस घंटों जाम में फंसी रही, इस बीच उसे अपनी जान गंवानी पड़ी.