कोटा. कोटा व बूंदी जिला दूध उत्पादक संघ लिमिटेड को सप्लाई में पहुंचे 3500 लीटर मिलावटी दूध को सरस डेयरी चेयरमैन ने पकड़ा है. यह दूध प्रारंभिक जांच में घटिया व मिलावटी होना सामने आया है. जिसे नाले में बहा दिया गया है. इसके साथ ही इस टैंकर के दूध के नमूने भी लिए गए हैं. दूध के नमूने आगे की जांच के लिए भेजे जाएंगे. यह दूध कापरेन इलाके की समितियों के जरिए आया था.
दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण में यह मिलावटी दूध पकड़ा. ऐसे में समिति के लोगों पर सरस डेयरी चेयरमैन शंका जता रहे हैं. उन्होंने इसके संबंध में एक समिति भी बना दी है. जिसके जरिए अब पूरे मामले की जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि लगातार दूध की सप्लाई पर निगरानी रखी जा रही है. साथ ही हर आने वाली गाड़ी का सैंपल भी करवाया जा रहा है. पहले से ही इस गाड़ी के संबंध में सूचना मिली थी. ऐसे में आज इस गाड़ी का जब नमूना लिया, तो उसमें मिलावट और गड़बड़ी की आशंका सामने आई.
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राठौड़ का कहना है कि हमारी प्राथमिकता है कि शुद्ध दूध की खरीद हो और कोटा की जनता को शुद्ध दूध उपलब्ध करवाया जाए. इसको लेकर हमने एक टीम बनाई थी. जिसमें कई चरणों में जांच की जाती है. हम लंबे समय से दूध टैंकरों की जांच कर रहे थे. साथ ही जो मिलावट होने की आशंका थी, उन पर निगरानी रखे हुए थे. इस संबंध में आज जानकारी मिली थी कि कापरेन तरफ से आ रहे एक टैंकर में गड़बड़झाला हो सकता है. ऐसे में उस टैंकर को रुकवाया गया और उसके बाद कार्रवाई की गई.
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राठौड़ का कहना है कि हमारी लैब टेस्टिंग में दूध मिलावटी पाया गया. जिन समितियों का यह दूध था, उन्हें नोटिस भी दिया जाएगा. आगे जांच व कार्रवाई के लिए टीम भी गठित कर दी है. इस दूध का निस्तारण करना भी चुनौती था, क्योंकि इसका उपयोग लिया जाना लोगों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं था. इसीलिए इसे घटिया और मिलावटी मानकर फेंक दिया गया है. साथ ही इस मामले में यह भी जांच की जा रही है कि समितियों में गड़बड़ी मिलती है, तो उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा.