झुंझुनू : जिले के एक और वीर सपूत ने देश के लिए शहादत दी है. जम्मू-कश्मीर में तैनात झुंझुनू के जवान ईश्वर सिंह गुर्जर (42) का शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके 15 वर्षीय बेटे आकाश ने उन्हें मुखाग्नि दी. अंतिम विदाई से पहले सिंघाना थाना से उनके पैतृक गांव डूमोली कलां तक 8 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई. जयपुर से आई राज रिफ (राजपूताना राइफल्स) यूनिट के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया.
जब ईश्वर सिंह की पार्थिव देह घर पहुंची, तो उनकी पत्नी किरण देवी उसे लिपटकर रोने लगीं. बेटे आकाश ने अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें सैल्यूट किया. ईश्वर सिंह भारतीय सेना की स्पेशल फोर्सेज 6 पैरा कमांडो में हवलदार थे और डोडा (जम्मू-कश्मीर) में तैनात थे. ईश्वर सिंह के छोटे भाई संत कुमार भी स्पेशल फोर्सेज में नायब सूबेदार हैं. उन्होंने बताया कि ईश्वर सिंह तीन भाइयों में मंझले थे. उन्होंने 2002 में बेंगलुरु (कर्नाटक) में सेना में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे. उनकी पहली पोस्टिंग आगरा में हुई थी, उसके बाद वे सिपाही से लांस नायक और फिर नायक पद पर पदोन्नत हुए. तीन साल पहले उनका प्रमोशन हवलदार के पद पर हुआ था. बेंगलुरु से 1 महीने पहले ही उन्हें जम्मू-कश्मीर के डोडा में तैनात किया गया था.
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8 जनवरी को ली अंतिम सांस : ईश्वर सिंह ने 10 दिसंबर को छुट्टी समाप्त होने के बाद डोडा में अपनी ड्यूटी जॉइन की थी. 1 जनवरी को ड्यूटी के दौरान डोडा में बर्फबारी और तेज सर्दी के कारण उनका ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ गया, जिससे दिमाग में क्लॉट हो गया. उन्हें उधमपुर के कमांड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां 2 जनवरी को वे कोमा में चले गए. 8 जनवरी की रात को उन्होंने अंतिम सांस ली. गुरुवार को उधमपुर अस्पताल में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उनके पार्थिव शरीर को गुरुवार देर रात सिंघाना थाने लाया गया, जहां शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया.