हिण्डौन सिटी (करौली). शहर में संचालित कोचिंग संस्थानों को नगर परिषद की ओर से सीज करने की कार्रवाई के खिलाफ छात्रों ने गुरुवार को सड़क पर उतरकर हंगामा किया. उसके बाद एसडीएम कार्यालय के मुख्य द्वार पर करीब आधा घंटे तक नगर परिषद मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया.
सैकड़ों की संख्या में छात्र एसडीएम परिसर पहुंचे. कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों ने करीब एक घंटे तक पूर्व चेयरमैन भगवान सहाय पराशर के नेतृत्व में नगर सभापति विरुद्ध नारेबाजी की. प्रदर्शन के बाद कोचिंग संस्था संचालकों ने एसडीएम सुरेश बुनकर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुए कहा कि यदि कोचिंग को प्रशासन ने नहीं खुलवाया तो बड़ा आंदोलन करेंगे. इधर हंगामे को देख तीन थानों के थानाधिकारी सहित पुलिस जाब्ता भी मौजूद रहा.
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पूर्व चेयरमैन भगवान सहाय पराशर ने बताया कि नगर परिषद प्रशासन की ओऱ से हिंडौन शहर में संचालित कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले करीब दस हज़ार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. अगले माह में प्रतियोगी परीक्षा होने वाली है. जिससे छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह बाधित हो रही है. ये हम भी चाहते है कि शहर में संचालित कोचिंग संस्थान सुरक्षा के नियमों का पालन करें. लेकिन नगर परिषद प्रशासन को छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो उस पर कोई व्यवस्था करनी चाहिए. अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र की एनओसी नहीं होने पर शहर में संचालित करीब पंद्रह कोचिंग संस्थानों को सील कर दिया गया है. जबकि शहर में ऐसे अनेक होटल व मॉल बने हुए जिनमे किसी भी प्रकार से सुरक्षा के इंतजाम हो .
कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र रोहित ने बताया कि वो कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नियमित रूप से कर रहा है. लेकिन नगर परिषद प्रशासन द्वारा कोचिंग संस्थानों पर जो कार्रवाई की गई है. उससे हज़ारों छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है. दो माह एसएससी की परीक्षा होनी है. कोर्स भी पूरा नही हुआ है. नगर परिषद की कार्रवाई से हमारे भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण छात्र जयपुर-दिल्ली नहीं जा सकते. हमने गुरुवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जल्द कोचिंग संस्थानों सुचारू रूप से चालू करने की मांग की है.
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उपजिलाधिकारी सुरेश बुनकर कहा कि ये मामला 2016 से चल रहा है. कोचिंग संचालकों को नियमों की पूर्ति के लिए समय दिया था. लेकिन कोचिंग संचालकों की लापरवाही के कारण कोचिंग संस्थाओं को उच्च अधिकारियों के निर्देश पर सील किया गया है.