करौली. सेना में बतौर सिपाही भर्ती होने के बाद हरप्रसाद तंवर ने कई युद्धों में वीरता का परचम लहराया. कैप्टन के तौर पर श्रीलंका गई भारतीय सेना में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. प्रमोशन पाकर वे कैप्टन बने और इसी पद पर रिटायर हुए.
इसके बाद कैप्टन तंवर समाज सेवा का लंबा सफर तय करते हुए राजस्थान के बहुचर्चित गुर्जर आरक्षण आंदोलन से जुड़ गए. कर्नल किरोडी सिंह बैंसला के बाद समिति के उपाध्यक्ष के रूप में पहचाने जाने वाले कैप्टन हरप्रसाद तंवर ने शनिवार को जयपुर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली.
![Gurjar leader Captain Harprasad Tanwar passes away](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/120621-rj-krl-gurjer-neta-nidan_12062021183339_1206f_1623503019_874.jpg)
गुर्जर आरक्षण आंदोलन के उपाध्यक्ष कैप्टन हरप्रसाद तंवर को ब्रेन हेमरेज के बाद 2 सप्ताह पहले जयपुर स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उनका उपचार चल रहा था. शनिवार को उनके निधन की खबर से गुर्जर समाज में शोक की लहर छा गई. उनके निधन पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला, गुर्जर नेता विजय बैंसला, हाकिम सिंह गुर्जर सहित समाज के लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
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सेना से रिटायर, फिर गुर्जर आंदोलन
सेना से बतौर कैप्टन रिटायर होने के बाद हरप्रसाद तंवर ने समाज सेवा की. 2006 में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के साथ गुर्जर आरक्षण आंदोलन से जुड़कर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए उन्होंने पांचना आंदोलन और नशा मुक्ति अभियान में भी अपनी बखूबी भूमिका निभाई. गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के सारथी और गुर्जर आरक्षण आंदोलन के हनुमान कहे जाने वाले कैप्टन हरप्रसाद तंवर अपने तीखे तेवर के कारण हमेशा चर्चा में रहते थे. सरकार से होने वाली समझौता वार्ताओं में भी उनकी अधिकारियों और नेताओं से तीखी बहस होती थी. उनके निधन से गुर्जर समाज के अलावा दूसरे समाज में भी शोक की लहर दौड़ गई है.
पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार
कैप्टन हरप्रसाद तंवर की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार पैतृक गांव उपखंड हिंडौन सिटी के तिघरिया गांव में किया गया. अंतिम संस्कार के दौरान कोरोना गाइड लाइन की पूरी तरह पालना करते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए उन्हें अंतिम विदाई दी गई.
कैप्टन हरप्रसाद तंवर के निधन पर संवेदना व्यक्त करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता विजय बैंसला ने ट्वीट के जरिये कहा कि -निशब्द हूं स्तब्ध हूं हम सबके आदरणीय कैप्टन हरप्रसाद अब इस दुनिया में नहीं रहे.
सोमवार को होगी तीये की बैठक
गुर्जर समाज के नेता हाकिम सिंह गुर्जर ने बताया कि कैप्टन हरप्रसाद तंवर के निधन के तीए की बैठक सोमवार को उनके पैतृक गांव तिघरिया स्थित आवास पर होगी.