जोधपुर. संभाग के सबसे बड़े विश्वविद्यालय जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में शनिवार को एकेडमिक काउंसिल की बैठक हुई. इस दौरान छात्र नेताओं ने सभागार के बाहर हंगामा शुरू कर दिया. जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में बैठक शुरू करनी पड़ी, जिसमें 2019-20 में प्रवेश के साथ ही छात्र संगठनों और नेताओं की तरफ से रखी गई मांगों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई.
बता दें, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गुलाब सिंह चौहान की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक शुरू होने के साथ ही छात्र नेताओं ने सभागार के बाहर हंगामा कर दिया. जिसके बाद बैठक कुछ समय के लिए रोक दी गई. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में बैठक शुरू की गई. जिसमें 2019-20 में प्रवेश के साथ ही छात्र संगठनों और नेताओं की तरफ से रखी गई मांगों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गई, साथ ही उस बारे में निर्णय भी लिया गया.
वहीं, बैठक में निशक्त जनों की फीस माफ करने का भी प्रस्ताव लिया गया. बैठक में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के बच्चों की फीस माफ करने के मामले में कमेटी गठित करने का निर्णय किया गया है. इसके अलावा सभागार में चली बैठक में हाल ही में जेएनवीयू में बंद किए गए फार्मासिस्ट कोर्स को चालू करवाने, पीजी सेमेस्टर सिस्टम में पुनर्मूल्यांकन की बंद की गई व्यवस्था को लेकर भी निर्णय किया गया.
हालांकि, बैठक के दौरान एकेडमी के छात्र प्रतिनिधि को अंदर प्रवेश नहीं देने पर छात्रों ने कड़ी आपत्ति की और कुलपति के खिलाफ आक्रोश जताया. छात्र नेताओं का आरोप है कि मेंबर होने के बाद भी कुलपति ने हाईकोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए उन्हें बैठक में शामिल नहीं किया. ऐसे में छात्र प्रतिनिधि के रूप में छात्र हितों की मांगे बैठक में रखने से उन्हें वंचित किया गया है. इस दौरान छात्र नेताओं ने कहा कि शनिवार को हुई बैठक के बाद उनकी मांगों पर निर्णय समय रहते नहीं किया गया तो वो इसको लेकर उग्र आंदोलन करेंगे.