जोधपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को प्रदेश में सक्रिय बजरी माफियाओं पर नकेल कसने और दरें कम करवाने को किए गए अपने आंदोलन के ऐलान को स्थगित कर दिया. उन्होंने यह घोषणा जोधपुर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और कमिश्नर रविदत्त गौड़ से बातचीत के बाद की. दरअसल, जोधपुर के गांगणा फांटा पर गुरुवार रात करीब दो घंटे तक चले जाम और धरने के बाद आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल की कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और कमिश्नर रविदत्त गौड़ से लंबी बातचीत हुई. जिसके बाद बेनीवाल ने वार्ता को सकारात्मक करार दिया और कहा कि हमने एसीएस सुबोध अग्रवाल से भी उक्त मसले पर बातचीत की है. उन्होंने बजरी की दरों को लेकर अगले दो से तीन दिन में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
बेनीवाल ने कहा कि अगर सरकार सात दिन में बजरी की दरें कम नहीं करती है तो हम दोबारा से बाड़मेर में आंदोलन शुरू करेंगे. आगे उन्होंने बजरी की कीमत के साथ ही बाड़मेर के किसानों के फसल बीमा योजना के क्लेम के मुद्दे को भी उठाया और कहा कि इसका भी जल्द से जल्द निस्तारण होना चाहिए, वरना हम आंदोलन को मजबूर होंगे. बेनीवाल ने कहा कि फिलहाल हुई बातचीत और अधिकारियों की कथनी पर भरोसा व्यक्त करते हुए हम बालोतरा के धरने को स्थगित कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि बाड़मेर के कलेक्टर और एसपी ने सकारात्मक पहल नहीं की, जिसके चलते हमें जोधपुर कूच करना पड़ा. साथ ही हमने मुख्यमंत्री के जोधपुर स्थित आवास को घेरने का ऐलान किया था. लेकिन सकरात्मक वार्ता के बाद हमने फिलहाल के लिए इसे स्थगित कर दिया है. बता दें कि वार्ता के बाद गुरुवार रात करीब एक बजे जाम हटा और बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ वहां से रवाना हुए. हालांकि, शुक्रवार को अजमेर स्थित डिस्कॉम पर प्रदर्शन करने की योजना है.
इससे पहले गुरुवार रात करीब 11 बजे बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ गंगाणा फांटा पहुंचे, जहां पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रास्ता रोक रखा था. जिसके कारण उनका काफिला आगे नहीं जा सका. इस दौरान बाड़मेर जाने वाली रोड को भी ब्लॉक कर दिया गया था. इसके कारण काफी देर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गई. हालांकि बाद में वैकल्पिक मार्ग से वाहनों को निकाला गया. इस दौरान बेनीवाल ने जोधपुर के एडीएम राजेंद्र डागा से बात की और उन्हें कहा कि हम चाहते हैं कि बजरी की दरें कम हों, इसको लेकर सरकार फैसला करे. अगर इसको लेकर जल्द कोई निर्णय नहीं लिया गया तो हम आगे पैदल ही जोधपुर कूच करेंगे.
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वहीं, उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बजरी माफियाओं ने आतंक मचा रखा है. यही कारण है कि हम बालोतरा में रैली कर आंदोलन के लिए मजबूर हुए. बेनीवाल ने कहा कि हम रेलवे ट्रैक पर भी बैठे, बावजूद इसके बाड़मेर के कलेक्टर ने सकारात्मक पहल नहीं की. जिसके चलते जोधपुर मुख्यालय आने को विवश हुए. जोधपुर सीएम का गृह नगर है. यहां से पूरे प्रदेश में संदेश जाता है. बजरी माफिया के गुंडे आए दिन लोगों और किसानों को परेशान कर रहे हैं. पचास रुपए टन की बजरी पांच सौ रुपए टन बेचा जा रहा है. जिससे जनता परेशान है. बाड़मेर और जोधपुर के अलावा प्रदेश में जहां भी बजरी का खनन होता है. उन सभी जगहों पर आरएलपी आगामी दिनों में प्रदर्शन करेगी.
फसल बीमा योजना के नहीं मिले क्लेम: बेनीवाल ने कहा कि बाड़मेर में 2500 करोड़ रुपए का फसल बीमा प्रीमियम भरा गया. 700 करोड़ का क्लेम घोषित हुआ, लेकिन अभी सिर्फ तीन सौ करोड़ ही आया है. इसमें भी किसानों को किसी को 14 रुपए मिले हैं तो किसी के खाते में 34 रुपए का भुगतान हुआ है. ये कोई सामान्य मुद्दा नही है. हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं और आगे अगर सरकार की ओर से उचित पहल नहीं हुई तो फिर आंदोलन को अग्रसर होंगे.
पचास की बजरी 500 में: बेनीवाल ने आरोप लगाया कि निरंकुश बजरी माफिया 50 रुपए प्रति टन की बजरी को 500 रुपए टन के हिसाब से बेच रहे हैं. जिसका सीधा नुकसान जनता को हो रहा है. हम ये दरें कम करवा कर रहेंगे. सरकार के लिए बहुत कठिन है, क्योंकि बजरी माफिया बहुत ताकतवर हैं. लेकिन हम भी अब पीछे नहीं हटेंगे.