जोधपुर. बिजली की मांग को लेकर डिस्कॉम कार्यालय पर शुक्रवार शाम को शुरू हुआ किसानों का महापड़ाव शनिवार को भी जारी है. किसानों का आरोप है कि जिला प्रशासन या डिस्कॉम की ओर से बातचीत की पहल नहीं की गई है. उन्होंने अल्टीमेटम दिया है कि उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं हुआ तो जो भी होगा, उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. किसानों ने महापड़ाव के पास पुलिस की तैनातगी को लेकर भी आपत्ति जताई है.
ये हैं किसानों के आरोप : भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री तुलछाराम सिंवर ने आरोप लगाया है कि लगातार एक पखवाड़े से अधिक समय से पूरी बिजली नहीं मिल रही है. ट्रिपिंग इतनी हो रही है कि इसके चलते ट्रांसफार्मर जल रहे हैं. वोल्टेज नहीं होने से मोटर भी जल रहे हैं. इसको लेकर हम लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई है. अभी तक डिस्कॉम के अधिकारियों के साथ किसी तरह की बातचीत नहीं हुई है. इनके पास पर्याप्त बिजली नहीं है. विभाग में कुप्रबंधन होने से ऐसे हालात बने हैं. सरकार की घोषणा के अनुरूप सभी को 2000 यूनिट बिजली भी मुफ्त नहीं मिल रही है.
तीन-चार दिन में सिंचाई नहीं हुई तो बर्बादी : किसानों ने बताया कि बारिश नहीं होने से हालात खराब हैं. मूंगफली और कपास की फसल खराब होने लगी है. तीन-चार दिन में पर्याप्त बिजली नहीं मिलने पर सिंचाई नहीं हुई तो कई फसलें बर्बाद हो जाएंगी. बारिश नहीं होने के चलते फसल में कीड़े भी लग रहे हैं, जिसके उपचार के लिए भी पानी चाहिए. बिना बिजली के यह भी संभव नहीं है. इधर, डिस्कॉम के अनुसार उन्होंने 400 केवी की एक लाइन बीकानेर से बड़ला के पास जोड़ी है, लेकिन किसानों का कहना है कि अभी फिल्ड में कोई असर नहीं है.