जोधपुर. पुलिस कमिश्नरेट के उदय मंदिर थाना पुलिस ने नागौर से भाजपा प्रत्याशी ज्योति मिर्धा और उनकी बहन समेत तीन पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है. फरियादी अनिल चौधरी के इस्तगासे पर कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने ये कार्रवाई की है. इस मामले में उनकी बहन राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा की पत्नी हेम श्वेता और प्रेम प्रकाश मिर्धा को भी आरोपी बनाया गया है. मामला आदर्श प्रगतिशील गृह निर्माण सहकारी समिति के भूखंड विवाद का है, जिसमें तीनों आरोपियों पर फर्जीवाड़ा करने के आरोप लगे हैं.
इस मामले में एक रोचक बात निकल कर सामने आ रही है. ज्योति मिर्धा के पिता राम प्रकाश मिर्धा की ओर से बेची गई जमीन के भाव बढ़ने के बाद उनके वारिस ज्योति मिर्धा, हेम श्वेता मिर्धा और प्रेम प्रकाश मिर्धा ने विक्रय विलेख बनाए जो 23 मई 1988 और 11 अक्टूबर 1989 का बताया गया. इसमें एक मोबाइल नंबर भी अंकित किया गया, जबकि उस समय मोबाइल का प्रचलन नहीं था. ऐसे में इन्हें कूट रचित विलेख माना गया.
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ज्योति मिर्धा की FIR को HC & SC ने किया था खारिज : उल्लेखनीय है कि ज्योति मिर्धा और उनकी बहन की ओर से अगस्त 2021 में अपने चाचा भानु प्रकाश मिर्धा, पूर्व मंत्री उषा पूनिया और उनकी दो बेटियों सहित 13 लोगों के खिलाफ उनके पिता की भूमि को फर्जी तरीके से नाम कराने के आरोप लगाए गए थे. इस संबंध में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में उन्होंने एक एफआईआर भी दर्ज करवाई थी. इस एफआईआर को आरोपियों ने हाईकोर्ट में खारिज करवाया.
इसके बाद ज्योति मिर्धा व अन्य सुप्रीम कोर्ट गए, जहां उनकी याचिका खारिज हो गई. इसके बाद उषा पूनिया, अनिल चौधरी व अन्य ने ज्योति मिर्धा सहित तीन लोगों के खिलाफ अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट संख्या 6 की अदालत में इस्तगासे पेश किए, जिस पर कोर्ट ने उदय मंदिर थाने को मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए थे.