भोपालगढ़ (जोधपुर). जिले के भोपालगढ़ उपखंड क्षेत्र के राजकीय माध्यमिक विद्यालय हिंगोली में 47 मजदूरों को भोपालगढ प्रशासन द्वारा रहने की व्यवस्था की गई है. गौरतलब है कि ये सारे मजदूर मध्यप्रदेश से मजदूरी करने के लिए आए हुए थे. जो चोरी छूपे अपने घर जा रहे थे. जिन्हें सुरपुरा खुर्द ग्राम पंचायत की सीमा पर प्रशासन ने रोक लिया है और उन्हें वहीं क्वॉरेंटाइन कर रखा है.
तहसीलदार नवलराम मीणा ने बताया कि 47 मजदूर जो कि बाप के टेकरा गांव से पैदल चलकर 8 दिनों में तीन उपखंड मुख्यालयों की आंखों में धूल झोंक कर 400 कीमी चलने के बाद आखिरकार भोपालगढ़ उपखंड मुख्यालय पर क्वॉरेंटाइन हुए है.
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मजदूरों से पूछने पर बताया कि बाप क्षेत्र के टेकरा गांव में फसल कटाई का कार्य करते थे. वहां से उनका कार्य पूर्ण होने पर वहां से निकाल दिया गया. वहां पर किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं होने के कारण टेकरा से इधर उधर चोरी छुपे हिंगोली गांव की सड़क पर पहुंचे है.
वहां पर राजू बिश्नोई, बाबू बिश्नोई की सतर्कता से प्रशासन को अवगत कराया गया. सूचना मिलने के तुरंत बाद उपखंड अधिकारी सुखाराम पिंडेल ने तहसीलदार नवलराम मीणा, थानाधिकारी राजेंद्र खदाव मय जाब्ता को वहां भेजकर उनके रहने की व्यवस्था करने को कहा.
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इस पर सीबीईओ मनोहरलाल मीणा और पीईओ बृजमोहन ने राजकीय मध्यमिक विद्यालय हिंगोली में इन सभी मजदूरों की व्यवस्था की है. मजदूरों के लिए खाने पीने की व्यवस्था हिंगोली ग्राम के भामाशाह ने अपने जिम्मे ली है. वहीं डॉ मनोज चौधरी की टीम ने सभी 47 मजदूरों की स्कैनिंग करके उनकी तबीयत के जांच करके उन्हें विद्यालय में रोका है.