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झुंझुनूः पिता की अंतिम इच्छा को बेटियों ने किया पूरा, अर्थी को कंधा देने से लेकर हर रस्म में हुईं शामिल - Senior Advocate Dinesh Purohit

पिता की अंतिम इच्छा थी के उनकी बेटियां उनकी अर्थी को कंधा दें और बेटियों ने वो कर दिखाया. जी हां झुंझुनू जिले के चिड़ावा उपखंड में वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पुरोहित की कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से मृत्यु हो गई. अधिवक्ता दिनेश पुरोहित की अर्थी को जब उनकी बेटियों ने कंधा दिया तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं.

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पिता की अंतिम इच्छा को बेटियों ने किया पूरा
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Published : Nov 30, 2019, 6:28 PM IST

चिड़ावा (झुंझुनू). जिले के चिड़ावा कस्बे के वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पुरोहित का 56 साल की उम्र में निधन हो गया. वे पिछले चार साल से कैंसर जैसी गंभीर बीमार से लड़ रहे थे.

पिता की अंतिम इच्छा को बेटियों ने किया पूरा

बता दे कि 56 वर्षीय दिनेश पुरोहित ने पिलानी और जयपुर से शिक्षा ग्रहण की. 1988 में उन्होंने चिड़ावा कोर्ट में कार्य शुरु किया, लेकिन चार साल पहले उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ने घेर लिया. हालांकि दो साल पहले कैंसर जैसी बीमारी से लड़कर उन्होंने फिर से कोर्ट में अपना काम शुरु किया. हालांकि शनिवार को उनको आकस्मिक निधन ही सूचना मिलने के बाद चिड़ावा कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई. चिड़ावा अभिभाषक संघ समेत शहर के गणमान्य लोगों ने संवेदना प्रकट की है.

पढ़ेंः रानीवाड़ा के पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी का निधन, 4 बार रह चुके थे विधायक

अंतिम इच्छा को किया पूरा

अधिवक्ता दिनेश पुरोहित की अंतिम इच्छा को भी पूरा किया गया. बेटे शंशाक पुरोहित जो बैंगलोर में कार्यरत है, उनके अलावा तीनों बेटी श्वेता, श्रृति और कीर्ति ने मुखाग्नि दी. बता दे कि श्रृति पूना में इंफोसेस में सॉफ्टवेयर इंजनीनियर है.

चिड़ावा (झुंझुनू). जिले के चिड़ावा कस्बे के वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पुरोहित का 56 साल की उम्र में निधन हो गया. वे पिछले चार साल से कैंसर जैसी गंभीर बीमार से लड़ रहे थे.

पिता की अंतिम इच्छा को बेटियों ने किया पूरा

बता दे कि 56 वर्षीय दिनेश पुरोहित ने पिलानी और जयपुर से शिक्षा ग्रहण की. 1988 में उन्होंने चिड़ावा कोर्ट में कार्य शुरु किया, लेकिन चार साल पहले उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ने घेर लिया. हालांकि दो साल पहले कैंसर जैसी बीमारी से लड़कर उन्होंने फिर से कोर्ट में अपना काम शुरु किया. हालांकि शनिवार को उनको आकस्मिक निधन ही सूचना मिलने के बाद चिड़ावा कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई. चिड़ावा अभिभाषक संघ समेत शहर के गणमान्य लोगों ने संवेदना प्रकट की है.

पढ़ेंः रानीवाड़ा के पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी का निधन, 4 बार रह चुके थे विधायक

अंतिम इच्छा को किया पूरा

अधिवक्ता दिनेश पुरोहित की अंतिम इच्छा को भी पूरा किया गया. बेटे शंशाक पुरोहित जो बैंगलोर में कार्यरत है, उनके अलावा तीनों बेटी श्वेता, श्रृति और कीर्ति ने मुखाग्नि दी. बता दे कि श्रृति पूना में इंफोसेस में सॉफ्टवेयर इंजनीनियर है.

Intro:चिड़ावा के वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पुरोहित का 56 साल क उम्र में निधन
कैंसर की बीमार से लड़ रहे थे, अधिवक्ता दिनेश पुरोहित
एडवोकेट की अंतिम इच्छा का किया गया पूरा
तीनों बेटियों ने दिया कंधा, अंतिम संस्कार में हुए शामिल
चिड़ावा/झुंझुनूं।
जिले के चिड़ावा कस्बे के वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश पुरोहित का 56 साल की उम्र में निधन हो गया। वे पिछले चार साल से कैंसर जैसी गंभीर बीमार से लड़ रहे थे। एडवोकेट दिनेश पुरोहित की अंतिम इच्छा को भी पूरा किया गया। एडवोकेट दिनेश पुरोहित की अंतिम इच्छा थी कि बेटे की तरह उनकी बेटियां भी उनकी अंतिम संस्कार में शामिल हो। आज जब शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया तो उनके बेटे के अलावा तीनों बेटियों ने पहले उनकी अर्थी को कंधा दिया और उसके बाद मुखाग्नि में भी तीनों बेटियां शामिल हुई।

Body:बता दे कि 56 वर्षीय दिनेश पुरोहित ने पिलानी एवं जयपुर से शिक्षा ग्रहण की। 1988 में उन्होंने चिड़ावा कोर्ट में कार्य शुरु किया। लेकिन चार साल पहले उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ने घेर लिया। हालांकि दो साल पहले कैंसर जैसी बीमारी से लड़कर उन्होंने फिर से कोर्ट में अपना काम शुरु किया। हालांकि शनिवार को उनको आकस्मिक निधन ही सूचना मिलने के बाद चिड़ावा कस्बे में शोक की लहर दौड़ गई। चिड़ावा अभिभाषक संघ समेत शहर के गणमान्य लोगों ने संवेदना प्रकट की है।

अंतिम इच्छा को किया पूरा
अधिवक्ता दिनेश पुरोहित की अंतिम इच्छा को भी पूरा किया गया। बेटे शंशाक पुरोहित जो बैग्लोर में कार्यरत है, उनके अलावा तीनों बेटी श्वेता, श्रृति और कीर्ति ने मुखाग्नि दी। बता दे कि श्रृति पूना में इंफोसेस में सॉफ्टवेयर इंजनीनियर है।

बाइट 01- लोकेश शर्मा, एडवोकेट चिड़ावा।Conclusion:
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