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बाबा मालकेतु की 24 कोसीय परिक्रमा में उमड़ा आस्था का सैलाब - nawalgarh khabar

रविवार को तीर्थराज लोहार्गल से बाबा मालकेतु की 24 कोसीय परिक्रमा का आरंभ हो गया है. परिक्रमा में भारी संख्या में आए श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है. श्रद्धालुओं को चढ़ाई को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए जगह-जगह नि:शुल्क शिविर की व्यवस्था की गई है.

nawalgarh khabar, झुंझुनू न्यूज
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Published : Aug 27, 2019, 3:53 AM IST

नवलगढ़ (झुंझुनू). जिले के अरावली के पहाड़ियों पर चढ़ते बच्चे, बुजुर्ग, जवान, पुरूष और महिला श्रद्धालु. महिलाओं के सिर पर लदे हुए थैले, थैलों से आती मालपुए और पकौड़ी की खुश्बू, सिर पर झोले, मन में अटूट आस्था का ज्वार, श्रद्धालुओं का अपूर्व उत्साह, नाचते-गाते परिक्रमार्थी, ये नजारा है अरावली की रमणीय वादियों में स्थित तीर्थराज लोहार्गल का.

दरअसल, रविवार को तीर्थराज लोहार्गल से शुरू हुई बाबा मालकेतु की 24 कोसीय परिक्रमा में रंगत दखने को मिली. जहां पहले दिन से श्रद्धालुओं और परिक्रमार्थियों का हुजूम उमड़ पड़ा. परिक्रमा का नेतृत्व कर रही ठाकुर जी की पालकी सोमवार अलसुबह पहले पड़ाव किरोड़ी से रवाना हुई. जहां स्नान-ध्यान और पूजा-अर्चना के बाद अखिल भारतीय चतुर्थ संप्रदाय और खाकी अखाड़े के महंत दिनेश दास महाराज के नेतृत्त्व में फेरी का अगुवा दल रवाना हुआ.

मालकेतु की 24 कोसीय परिक्रमा का हुआ शुभारंभ

इसके बाद देर शाम पालकी दूसरे पड़ाव यानी शाकम्भरी पहुंची. जहां सैकड़ों संत-महात्माओं का हुजूम उमड़ा. पुरूषों की तुलना में महिला श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा रही. शेखावाटी समेत आसपास के राज्यों के परिक्रमार्थियों ने फेरी प्रारम्भ की. बता दें कि गोगानवमी से शुरू हुई 24 कोसीय परिक्रमा अमावस्या को महास्नान के साथ पूरी होगी. अमावस्या को गोल्याणा से लोहार्गल तक मेला भरेगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे.

पढ़ें- CM आवास पर आज से प्रत्येक सोमवार को होगी जन सुनवाई

श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह लगाए गए शिविर-

यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसे ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं. साथ ही नि:शुल्क चाय-पानी, भंडारे, चिकित्सा व्यवस्था की व्यवस्था भी की गई है. कहीं शिकंजी, तो कहीं दवाई, कहीं पूड़ी-पकौड़ी तो कहीं शाकाहारी भोजन हर कोई दोनों हाथों से परिक्रमार्थियों की सेवा करने में जुटा है.

नवलगढ़ प्रधान ने भी शुरू की परिक्रमा-

नवलगढ़ प्रधान गजाधर डाका ने भी हर बार की तरह क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ परिक्रमा शुरू की. प्रधान का ज्यादा ढाका ने बताया कि वह हर साल पूरी 24 कोस की परिक्रमा देते हुए आमजन की समस्याओं को सुनते हैं और संबंधित विभाग के अधिकारियों को तुरंत निर्देशित करते हुए समाधान का प्रयास किया जाता है.

नवलगढ़ (झुंझुनू). जिले के अरावली के पहाड़ियों पर चढ़ते बच्चे, बुजुर्ग, जवान, पुरूष और महिला श्रद्धालु. महिलाओं के सिर पर लदे हुए थैले, थैलों से आती मालपुए और पकौड़ी की खुश्बू, सिर पर झोले, मन में अटूट आस्था का ज्वार, श्रद्धालुओं का अपूर्व उत्साह, नाचते-गाते परिक्रमार्थी, ये नजारा है अरावली की रमणीय वादियों में स्थित तीर्थराज लोहार्गल का.

दरअसल, रविवार को तीर्थराज लोहार्गल से शुरू हुई बाबा मालकेतु की 24 कोसीय परिक्रमा में रंगत दखने को मिली. जहां पहले दिन से श्रद्धालुओं और परिक्रमार्थियों का हुजूम उमड़ पड़ा. परिक्रमा का नेतृत्व कर रही ठाकुर जी की पालकी सोमवार अलसुबह पहले पड़ाव किरोड़ी से रवाना हुई. जहां स्नान-ध्यान और पूजा-अर्चना के बाद अखिल भारतीय चतुर्थ संप्रदाय और खाकी अखाड़े के महंत दिनेश दास महाराज के नेतृत्त्व में फेरी का अगुवा दल रवाना हुआ.

मालकेतु की 24 कोसीय परिक्रमा का हुआ शुभारंभ

इसके बाद देर शाम पालकी दूसरे पड़ाव यानी शाकम्भरी पहुंची. जहां सैकड़ों संत-महात्माओं का हुजूम उमड़ा. पुरूषों की तुलना में महिला श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा रही. शेखावाटी समेत आसपास के राज्यों के परिक्रमार्थियों ने फेरी प्रारम्भ की. बता दें कि गोगानवमी से शुरू हुई 24 कोसीय परिक्रमा अमावस्या को महास्नान के साथ पूरी होगी. अमावस्या को गोल्याणा से लोहार्गल तक मेला भरेगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे.

पढ़ें- CM आवास पर आज से प्रत्येक सोमवार को होगी जन सुनवाई

श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह लगाए गए शिविर-

यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसे ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह शिविर लगाए गए हैं. साथ ही नि:शुल्क चाय-पानी, भंडारे, चिकित्सा व्यवस्था की व्यवस्था भी की गई है. कहीं शिकंजी, तो कहीं दवाई, कहीं पूड़ी-पकौड़ी तो कहीं शाकाहारी भोजन हर कोई दोनों हाथों से परिक्रमार्थियों की सेवा करने में जुटा है.

नवलगढ़ प्रधान ने भी शुरू की परिक्रमा-

नवलगढ़ प्रधान गजाधर डाका ने भी हर बार की तरह क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ परिक्रमा शुरू की. प्रधान का ज्यादा ढाका ने बताया कि वह हर साल पूरी 24 कोस की परिक्रमा देते हुए आमजन की समस्याओं को सुनते हैं और संबंधित विभाग के अधिकारियों को तुरंत निर्देशित करते हुए समाधान का प्रयास किया जाता है.

Intro:किरोड़ी से रवाना होकर शाकंभरी पहुंचे ठाकुरजी. 24कोसीय परिक्रमा दूसरे पड़ाव पर पहुंची शाकम्भरी

नवलगढ़(झुंझुनूं):- पहाड़ों के बद्रीनाथ की जय..., लोहार्गल धाम की जय..., गंगा मैया की जय, शाकम्भरी माता की जय..., इन जयकारों ने सोमवार को अरावली पर्वतश्रंखला की पहाड़ियों के पत्थर-पत्थर को गुंजायमान कर दिया। पहाड़ियों पर चढ़ते बच्चे, बुजुर्ग, जवान, पुरूष एवं महिला श्रद्धालु, महिलाओं के सिर पर लदे हुए थैले, थैलों से आती मालपुए और पकौड़ी की खुश्बू, सिर पर झोले, मन में अटूट आस्था का ज्वार, श्रद्धालुओं का अपूर्व उत्साह, नाचते-गाते परिक्रमार्थी। ऐसे मनमोहक नजारे देखने को मिल रहे हैं अरावली की रमणीय वादियों में स्थित तीर्थराज लोहार्गल से किरोड़ी तक। रविवार को तीर्थराज लोहार्गल से शुरू हुई बाबा मालकेतु की 24कोसीय परिक्रमा में अब रंगत आने लगी है। पहले दिन से श्रद्धालुओं का परिक्रमार्थियों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोहार्गल से किरोड़ी तक श्रद्धालु एकदम जुड़े हुए चल रहे हैं। परिक्रमा का नेतृत्व कर रही ठाकुर जी की पालकी सोमवार अलसुबह पहले पड़ाव किरोड़ी से रवाना हुई। यहां स्नान-ध्यान व पूजा-अर्चना के बाद अखिल भारतीय चतुर्थ संप्रदाय और खाकी अखाड़े के महंत दिनेश दास महाराज के नेतृत्त्व में फेरी का अगुवा दल रवाना हुआ। सोमवार देर शाम पालकी दूसरे पड़ाव पर शाकम्भरी पहुंची। पालकी के साथ सैकड़ों संत-महात्माओं का हुजूम उमड़ा। जहां फेरी का पहला जत्था करीब आधी दूरी तय करने की ओर अग्रसर है, वहीं दूसरी ओर सोमवार को हजारों श्रद्धालुओं के जत्थे लोहार्गल में स्नान करके परिक्रमा के लिए रवाना हुए। पुरूषों की तुलना में महिला श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा नजर आ रही है। सोमवार को शेखावाटी समेत आसपास के राज्यों के परिक्रमार्थियों ने फेरी प्रारम्भ की। गोगानवमी से शुरू हुई 24 कोसीय परिक्रमा अमावस्या को महास्नान के साथ पूरी होगी। अमावस्या को गोल्याणा से लोहार्गल तक मेला भरेगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे। Body:जगह-जगह लग रहे हैं शिविर

श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह निशुल्क चाय-पानी, भंडारे, चिकित्सा व्यवस्था आदि की गई है। ज्ञान बावड़ी के पास श्री नाथ सेवा मंडल रतनगढ़, शिव गोरा मंदिर ट्रस्ट, बालाजी सेवा समिति ढाकला, सैनी समाज ढाकला, बजरंगगढ़ सेवा समिति चिराना, पितृ सेवा समिति चिराना, कुमावत समाज, किरोड़ी में जांगिड़ समाज की ओर से निशुल्क सेवा शिविर लगाए गए हैं। कहीं शिकंजी तो कहीं दवाई कहीं पूड़ी-पकौड़ी तो कहीं शाकाहारी भोजन हर कोई दोनों हाथों से परिक्रमार्थियों की सेवा करने में जुटा है।


नवलगढ़ प्रधान ने भी शुरू की परिक्रमा

नवलगढ़ प्रधान गजाधर डाका ने भी हर बार की तरह क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ परिक्रमा शुरू की। प्रधान का ज्यादा ढाका ने बताया कि वह हर साल पूरी 24 कोस की परिक्रमा देते हुए आमजन की समस्याओं को सुनते हैं और संबंधित विभाग के अधिकारियों को तुरंत निर्देशित करते हुए समाधान का प्रयास किया जाता है।

बाइट:- गजाधर ढाका, प्रधान नवलगढ़
बाइट:- हरिराम भांबू, श्रद्धालु

पीटीसी:- स्वप्निल सक्सेना, संवाददाताConclusion:
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