झ लावाड़. भारत सरकार द्वारा नाटापन, दुबलापन एवं कुपोषण की दर में कमी लाने गर्भवती महिलाओं और 6 साल तक की आयु के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हेतु पोषण माह का शुभारंभ झालावाड़ के मिनी सचिवालय में किया गया. यह कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया.
शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए नगर परिषद के सभापति मनीष शुक्ला ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे पोषण अभियान में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण निष्ठा एवं जिम्मेदारी से कार्य करना होगा. प्रत्येक गर्भवती महिला, नवजात शिशु एवं किशोरी को संतुलित आहार खाने के लिए जागरूकता अभियान चलाना होगा.अतिरिक्त जिला कलेक्टर करतार सिंह पुनिया ने कहा कि कुपोषण का कारण गरीबी के साथ साथ जागरूकता का अभाव भी है.
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शुक्ला ने कहा कि पोषण माह मनाने का उद्देश्य सबको पोष्टिक आहार देने, खाना खाने से पूर्व और बाद में साबुन से हाथ धोने, खुले में शौच नहीं जाने और शौच के पश्चात साबुन से हाथ धोने के लिए गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में, शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों, कार्मिको एंव ग्रामीणों की मदद से जन जागरूकता अभियान चलाना होगा. उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि कुपोषण कार्यक्रम की जानकारी विद्यालय में आयोजित होने वाली प्रार्थना सभा में सभी बच्चों को दें.
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बच्चें, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक, और जनप्रतिनिधि इस अभियान को जन आंदोलन का रूप दें ताकि जिले को कुपोषण मुक्त बनाया जा सके. कार्यक्रम के दौरान दो गर्भवती महिलाओं की अन्नप्राशन और गोद भराई की रस्म पूर्ण की गई. वहीं बारां जिले से आई मंडली द्वारा नुक्कड़ नाटक "कदम से कदम मिलाएंगे, अच्छा खाना खिलाएंगे, कुपोषण मिटायेंगे" भी प्रस्तुत किया गया.