कोटा: यूनाइटेड नेशंस (UN) द्वारा कोविड-19 समाप्ति की आधिकारिक घोषणा के बाद नए पैटर्न में जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन (JEE MAIN 2025) परीक्षा का आयोजन 22 जनवरी से होगा. इसमें कोविड-19 के पहले की तरह एग्जाम लिया जाएगा. इसमें प्रश्न पत्र के पार्ट-बी में विकल्प उपलब्ध नहीं होंगे. पार्ट-बी में 5-प्रश्न होंगे व सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे, जबकि बीते सालों में पार्ट-बी में 10 में से कोई 5 प्रश्न करने विकल्प रहता था.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि कैंडिडेट्स को विकल्प उपलब्ध होने के चलते हुए इसका फायदा उठा लेते थे. इससे उन्हें परफेक्ट स्कोर बनाने में भी मदद मिलती थी यानी एग्जाम में पूर्णांक 300 में से पूरे अंक कैंडिडेट लेकर आते थे. बीते 3 साल में हुए परीक्षाओं में करीब एक दर्जन से ज्यादा कैंडिडेट्स के लिए अंक आए हैं, जबकि इस बार कैंडिडेट्स ऐसा कर सकते हैं, लेकिन उनको कठिन चुनौती का सामना करना पड़ेगा. पूरे प्रश्न उन्हें सही करने होंगे, तभी परफेक्ट स्कोर उनके बनेगा.
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पेपर बी में नहीं होंगे विकल्प: एजुकेशन एक्सपर्ट शर्मा ने बताया कि जेईई मेन प्रवेश परीक्षा में प्रत्येक विषय का प्रश्न पत्र दो सेक्शन में विभाजित होगा. सेक्शन ए में 20 प्रश्न होंगे और सेक्शन बी में 5 प्रश्न होंगे. यह प्रश्न इंटीजर-टाइप होंगे. दोनों सेक्शन के सभी प्रश्न हल करने होंगे. इससे पहले सेक्शन-बी में 10-प्रश्न होते थे. कैंडिडेट को कोई 5-प्रश्न हल करने होते थे. जेईई-मेन प्रवेश परीक्षा का क्वेश्चन पेपर पेटर्न में प्रश्न पत्र में फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथमेटिक्स प्रत्येक विषय से 25 प्रश्न पूछे जाएंगे. देव शर्मा ने बताया कि जेईई मेन 2025 के प्रश्न पत्र में कुल 75 प्रश्न होंगे. इसका मार्किंग पैटर्न के अनुसार सही प्रश्न पर चार अंक दिए जाएंगे और गलत पर एक नंबर काटा जाएगा. इस हिसाब से कुल 300 अंक का प्रश्न पत्र यह होगा.
NTA से त्रुटिहीन प्रश्नपत्रों की उम्मीद: शर्मा ने बताया कि जेईई मेन जनवरी शिक्षाविद, पेरेंट्स व कैंडिडेट सभी को एनटीए से स्तरीय, संतुलित व त्रुटिहीन प्रश्नपत्रों की उम्मीद है. शैक्षणिक व प्रशासनिक कार्य प्रणाली को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रश्न चिह्न लगे थे. अलग अलग शिफ्टों में आयोजित किए जाने वाले प्रश्नपत्रों के 'स्तर' में बड़ी भिन्नता होने से कैंडिडेट, अभिभावकों व शिक्षाविद में व्यापक रोष उत्पन्न हुआ था. इस रोष को नियंत्रित करने के लिए एनटीए को 17 फरवरी 2024 को एक आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा था. इस स्पष्टीकरण में जनवरी 2024 की सभी 10 शिफ्टों में विद्यार्थियों की संख्या और उनको मिली परसेंटाइल का विवरण दिया गया था.
कांसेप्ट को समझने वाले प्रश्नों को मिले बढ़ावा: देव शर्मा ने बताया कि जेईई मेन प्रवेश परीक्षा के बीते दो सालों के प्रश्नपत्र नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) की भावना के अनुरूप नहीं थे. इनमें एनालिटिक और नॉलेज उपयोग के प्रश्नों का अभाव रहा है. इससे कांसेप्ट को समझने की जगह रटने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिला है. फिजिक्स व केमिस्ट्री के अधिकतर प्रश्न 'फार्मूला व फैक्ट' बेस्ड ही थे. केवल मैथमेटिक्स के क्वेश्चन ही परीक्षा के लेवल के थे. यह पूरी तरह से एनईपी 2020 के अनुरूप थे.
12 लाख से ज्यादा देंगे परीक्षा: जेईई मेन जनवरी सेशन में बीई व बीटेक प्रवेश परीक्षा 5 दिन 10 शिफ्टों में आयोजित की जाएगी. एग्जाम के लिए 13.95 लाख कैंडिडेट ने रजिस्ट्रेशन करवाया है, ऐसे में इनमें कई कैंडिडेट ऐसे हैं. जिन्होंने फीस जमा नहीं की, इसलिए कि उनके एडमिट कार्ड जारी नहीं होंगे. इस अनुसार बीते रिकॉर्ड में भी यह देखा जा रहा है कि पहले सेशन में करीब 12 लाख से ज्यादा कैंडिडेट बैठ सकते हैं. ऐसे में प्रत्येक शिफ्ट में 1.2 लाख से अधिक कैंडिडेट के शामिल होने की संभावना है, जबकि बी-आर्क व बी-प्लानिंग प्रवेश का एग्जाम 30 जनवरी को एक ही शिफ्ट में किया जाएगा.