कोटा: एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से कोटा में नए एयरपोर्ट का निर्माण शंभूपुरा में करवाया जा रहा है. इस एयरपोर्ट के निर्माण की डिजाइन के पांच कॉन्सेप्ट व्यू आए थे. इनके अनुसार ही इसका निर्माण होगा. यह लुक हेरिटेज या मॉडर्न लुक दोनों में से एक में हो सकता है. इन डिजाइनों में तीन हेरिटेज और दो मॉडर्न व्यू के हैं. इनमें से एक को फाइनल किया जाना है. यह सभी डिजाइन अथॉरिटी मुख्यालय में भिजवाए गए हैं. यहां से एयरपोर्ट अथॉरिटी इंडिया के उच्च अधिकारी इनका चयन करेंगे. इसके अलावा एयरपोर्ट निर्माण के लिए होने वाले दो टेंडर भी इसी माह लगाए जा सकते हैं.
कोटा एयरपोर्ट के निदेशक तुलसीराम मीणा ने बताया कि दो टेंडर के जरिए शुरुआती काम करवाया जाना है. इनमें एक सिटी एरिया और दूसरा एयर एरिया की तरफ है. दोनों टेंडर 1114 करोड़ के हैं. मीणा का कहना है कि 1507 करोड़ रुपए से निर्माण होना है. इसकी डीपीआर बन गई है और मिनिस्ट्री आफ सिविल एविएशन से निर्माण की सैद्धांतिक सहमति भी मिल गई है. इसी माह टेंडर जारी होंगे .
मीणा ने बताया कि इसे पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड में भेजा गया है, हालांकि उसके पहले भी टेंडर लग जाएंगे. इसमें दो टेंडर शुरुआती तौर पर किए जाने हैं. जिनमें एयर साइड के टेंडर में रनवे लाइट और अन्य उपकरण स्थापित किए जाने हैं. यह काम 480 करोड़ रुपए से होगा. वहीं, दूसरा टेंडर सिटी साइड में 634 करोड़ का होगा. इसमें एयरपोर्ट टर्मिनल, पार्किंग एरिया, एटीसी टावर, नेवीगेशन एंड कम्युनिकेशन ब्लॉक बनेगा. एयरपोर्ट डायरेक्टर मीणा ने बताया कि पर्यावरण मंत्रालय से एनवायरमेंटल क्लीयरेंस (EC) के लिए 30 जनवरी को फाइनल मीटिंग है. इसके अलावा शेष राशि में सीसीटीवी, सिक्योरिटी, पानी, बिजली और अन्य कई काम होने हैं.
मई में काम शुरू होने का दावा: एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया कि पूरे एयरपोर्ट पर निर्माण 440 हेक्टेयर में किया जाएगा. इसके केंद्र जनवरी महीने में हो जाएंगे. उसके बाद फाइनेंशियल व टेक्निकल बिड होगी. अप्रैल महीने तक टेंडर अवार्ड हो जाएंगे और मई 2025 में काम शुरू हो जाएगा. तुलसीराम ने यह दावा किया कि यह काम अप्रैल 2027 तक 2 साल में पूरा हो जाएगा. इसके बाद डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन से एयरपोर्ट पर उड़ान शुरू करने के संबंध में लाइसेंस और अनुमति के लिए भी 6 महीने का समय रखा है. ऐसे में 2027 के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा.
इस तरह बनेगा एयरपोर्ट, 7 बोइंग ए 321 हो सकेंगे खड़े
- 3200 मीटर लम्बा रनवे होगा, इसमें 45 मीटर चौड़ाई होगी. दोनों तरफ 7.5 मीटर पेव्ड शोल्डर बनाया जाएगा. दोनों तरफ रनवे एंड सेफ्टी एरिया भी बनाया जाएगा. यह 90 मीटर लंबा होगा व 240 मीटर चौड़ाई होगी.
- कोटा एयरपोर्ट की क्षमता 7 ए 321 बोइंग एयरबस विमान के एक साथ खड़े होने की रहेगी.
- डोमेस्टिक पैसेंजर टर्मिनल 20 हजार स्क्वायर मीटर में बनेगा, जिसमें पीक ऑवर में 1000 पैसेंजर आ जा सकेंगे.
- कैटेगिरी 3 का एटीसी टावर बनाया जाएगा. साथ ही फायर स्टेशन और मोटर ट्रांसपोर्ट इक्विपमेंट और मैकेनिकल वर्कशॉप बनाया जाएगा.
- एयरपोर्ट पर इलेक्ट्रिक मैकेनिकल वर्क भी होगा. पूरी तरह से ड्रेनेज सिस्टम एयरपोर्ट पर डेवलप किया जाएगा.
- नेवीगेशन एंड कम्युनिकेशन की एक बिल्डिंग बनेगी. यह चार मंजिला होगी. जिसमें अलग-अलग विंग के ऑफिस होंगे और उपकरण स्थापित किए जाएंगे.
- कंस्ट्रक्शन एरिया के साथ-साथ ग्राउंड सपोर्ट इक्विपमेंट एरिया बनेगा, जिसमें एयरलाइंस के लिए लैडर के अलावा अन्य उनके उपकरण खड़े होंगे.
- कैटेगिरी 3 की लाइट भी रनवे पर लगाई जाएगी, ताकि रात्रि और हर तरह के मौसम में भी विमान को उतारने में कोई असुविधा नहीं होगी. खराब मौसम होने पर भी किसी तरह की दिक्कत नहीं हो.
- पैसेंजर टर्मिनल बिल्डिंग दो मंजिला होगी. इन दोनों मंजिलों के बीच में एक मेजाइन फ्लोर होगा. जिसमें एयरपोर्ट से जुड़े दफ्तर खोले जाएंगे. वहां पर अधिकारियों और कर्मचारियों को काम करने के लिए जगह मिलेगी.
- दोनों फ्लोर पर छह बोर्डिंग गेट होंगे. जिसमें तीन भूतल और तीन पहली मंजिल पर है.
- लगेज ट्रांसफर के लिए तीन कन्वेयर बेल्ट लगाई जाएगी. यह भूतल पर स्थापित की जाएगी.
- एयरपोर्ट निर्माण के साथ ही वेस्ट वाटर जनरेशन के लिए ट्रीटमेंट और डिस्पोजल के लिए प्लांट लगाया जाएगा. यह 556 केएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित होगा.
- आगामी 15 साल के अनुसार 810 केएलडी पानी के डिमांड होगी. इसके लिए राजस्थान सरकार के पीएचईडी ने काम भी शुरू किया है. इसके लिए 23 करोड़ रुपए की सैद्धांतिक सहमति एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दी है.
- कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (केईडीएल) 3571 किलोवाट विद्युत क्षमता के अनुसार पावर उपलब्ध कराएगी. इसकी अनुमानित लागत 16 करोड़ रुपए है, यह राशि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया जमा कराएगी.
- इस प्रोजेक्ट में 384 वाहन और 80 टैक्सी की क्षमता की पार्किंग बनेगी. इसके अलावा 70 स्टाफ वाहन और 96 बाइक भी इसमें खड़ी की जा सकेगी.