पनीर जिसे कॉटेज चीज के नाम से भी जाना जाता है, इसका इस्तेमाल कई तरह के स्वादिष्ट भारतीय खाने में किया जाता है. नमकीन खाने के अलावा, पनीर का इस्तेमाल कई तरह की भारतीय मिठाइयां बनाने में भी किया जाता है. इसका स्वाद बहुत बढ़िया होता है और इसमें न्यूट्रिएंट्स भी भरपूर मात्रा में होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. ऐसे में आज इस खबर में जानें कि क्या पनीर डायबिटीज मरीजों के लिए अच्छा है? क्या डायबिटीज मरीज पनीर खा सकते हैं...
पनीर, डायबिटीज मरीजों के लिए अच्छा या बुरा?
पनीर प्रोटीन का एक बढ़िया सोर्स है और इसमें सभी जरूरी अमीनो एसिड होते हैं. इसमें लगभग 20 फीसदी फैट होता है और सेचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है. इसमें लाभकारी मोनोअनसैचुरेटेड लिपिड (MUFA) होते हैं, जो ब्लड में लो डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन (LDL, खराब कोलेस्ट्रॉल) के लेवल को कम करते हैं. पनीर में प्रमुख MUFA, ओलिक एसिड, ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होते हैं. पनीर में अल्फा-लिनोलेइक एसिड, एक ओमेगा-3 पॉलीअनसेचुरेटेड फैट की भी काफी मात्रा होती है, जो हार्ट डिजीज के रिस्क को कम करने में मदद करता है. हालांकि, पनीर का सेवन सीमित मात्रा में ही करना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें सेचुरेटेड फैट का हाई लेवल होता है. बता दें, डायबिटीज मरीजों को एक दिन में 80 से 100 ग्राम तक ही पनीर का सेवन करना चाहिए.
पनीर में दालों की तुलना में कम कार्बोहाइड्रेट होते हैं. इसलिए, पनीर भारतीय आहार में उपयोगी है जो पहले से ही कार्बोहाइड्रेट से भरपूर है. पनीर फैट जलने में भी सहायता कर सकता है क्योंकि इसमें कंजुगेटेड लिनोलिक एसिड होता है, जो हमारे शरीर में फैट बर्न में वृद्धि से जुड़ा एक PUFA फैट है. एक डेयरी प्रोडक्ट के रूप में, पनीर में कैल्शियम और फास्फोरस की मात्रा अधिक होती है, जो हमारे मस्कुलोस्केलेटल हेल्थ के लिए आवश्यक हैं.
कैंसर के रिस्क को कम करने में सहायक
पनीर में विटामिन डी और कैल्शियम की हाई कंसंट्रेशन होती है, जो स्तन कैंसर को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. पनीर में स्फिंगोलिपिड्स और प्रोटीन होते हैं जो कोलन और प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती फेज में ही उसे कम करने में मददगार होते हैं.
हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है
पनीर में कैल्शियम और विटामिन डी की मात्रा अधिक होती है, जो इसे हड्डियों के निर्माण के लिए बेहतरीन बनाता है. कैल्शियम तंत्रिका तंत्र और मांसपेशियों के लिए भी बहुत जरूरी है.
वजन घटाने में मदद करता है
पनीर में फैटी एसिड की छोटी-छोटी चेन होती हैं जो आसानी से पच जाती हैं. यह फिटनेस के शौकीनों या वजन घटाने के कार्यक्रमों से गुजरने वालों के लिए अत्यधिक अनुशंसित फैटी एसिड सोर्स है.
डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए फायदेमंद
ऑपनीर में फास्फोरस और मैग्नीशियम जैसे खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक से काम करने में मदद करते हैं. मैग्नीशियम एक रेचक के रूप में काम करता है, जबकि फास्फोरस पाचन और उत्सर्जन में मदद करता है.
ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मददगार
वेबएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉटेज चीज, रिकोटा चीज या मोजेरेला जैसे लो फैट टाइप और हाई प्रोटीन के लिए बेस्ट ऑप्शन हैं जो आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं. पनीर में मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी बहुत कम होती है. इसलिए पनीर मधुमेह के लिए अच्छा है.
शरीर की कार्यक्षमता में सुधार
पनीर में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने और स्ट्रोक की रोकथाम में सहायक होता है. पोटैशियम द्रव के स्तर को नियंत्रित करके मांसपेशियों में ऐंठन को भी रोकता है, खासकर एथलीटों में. रोजाना पनीर का सेवन ऐंठन से राहत दिलाता है.
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)