नई दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार जाने और भाजपा की सरकार आने के बाद अब मोहल्ला क्लीनिकों में भी बदलाव की शुरूआत होने जा रही है. दिल्ली के नए स्वास्थ्य मंत्री डॉ पंकज सिंह ने इसकी जानकारी दी. पंकज सिंह ने बताया कि मोहल्ला क्लीनिक का नाम तो बदला ही जाएगा. साथ ही कितने मोहल्ला क्लीनिक बंद हैं, कितने चालू हैं और जो बंद हैं उनके बिल कैसे जनरेट हो रहे हैं? कितने मोहल्ला क्लीनिक सरकारी जमीन पर हैं और कितने प्राइवेट जमीन पर चल रहे हैं, जिनका किराया देना पड़ता है, उन सभी की जांच की जा रही है.
पंकज सिंह ने साथ ही बताया कि दिल्ली सरकार अपने 100 दिन का एजेंडा तय करके काम में लगने जा रही है. 100 दिन में दिल्ली आपको बदलते हुए दिखेगी. उन्होंने कहा कि राजधानी में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजनाओं के कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए दिल्ली सचिवालय में सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण दिल्ली सरकार, अध्यक्ष राज्य स्वास्थ्य सोसायटी (दिल्ली) की अध्यक्षता में सभी 11 जिलों के डीएम के साथ बैठक आयोजित की गई है.
बैठक में मिशन निदेशक ने बताया कि दिल्ली सरकार में आयुष्मान भारत योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर लागू करने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई)/वाय वंदना कार्ड के लिए लाखों लाभार्थियों को मंत्रियों की कैबिनेट (पहली कैबिनेट मीटिंग में) द्वारा योजना के अनुमोदन पर हस्ताक्षर करने के 30 दिनों के भीतर नामांकित किया जाना चाहिए. इसके लाभार्थी परिवार 2011 डेटा या कैबिनेट द्वारा तय किए गए अनुसार होंगे और वरिष्ठ नागरिक के रूप में 70 वर्ष से ऊपर के लोग शामिल होंगे.
आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम) में ये भी बताया गया कि मौजूदा दिल्ली सरकार के औषधालयों (डीजीडी) और एमसीडी औषधालयों को एएएम-पीएचसी के रूप में अपग्रेड करने की आवश्यकता है. साथ ही 11 पीएचसी को अपग्रेड करने का काम 30 दिनों के भीतर पूरा करना होगा. डीएम और सीडीएमओ को योजना की मंजूरी पर हस्ताक्षर करने के 30 दिनों के भीतर एएएम-पीएचसी के रूप में अपग्रेड की जाने वाली सुविधाओं की पहचान करनी होगी.
आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन योजना (पीएम-भीम) में यह बताया गया कि पीएम-भीम के तहत प्राप्त अनुमोदन के अनुसार, दिल्ली की पूरी आबादी की प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल जरूरतों को पूरा करने के लिए सेवाओं की विस्तारित रेंज प्रदान करने के लिए 1,139 शहरी एएएम की परिकल्पना की गई है, जिसे जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जा सकता है. 553 मौजूदा मोहल्ला क्लीनिकों को शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर (यू-एएएम) में अपग्रेड किया जाएगा. साथ ही अतिरिक्त 413 नए यू-एएएमएस को चालू करने की जरूरत है. जिले की आबादी के अनुसार नए यू-एएएम की आवश्यकता प्रस्तुत की जा सकती है. इसके अलावा योजना की स्वीकृति के 30 दिनों के भीतर 11 नए मॉडल यू-एएएम दिल्ली के हर जिले में स्थापित किए जाएंगे.
पॉश क्षेत्रों व गेटेड सोसाइटियों में स्वास्थ्य योजनाओं का कवरेज: बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि दिल्ली के आरडब्ल्यूए और गेटेड सोसाइटियों में स्वास्थ्य योजनाओं का कवरेज प्रदान करने के लिए आशा की संख्या में वृद्धि का प्रस्ताव केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने प्रस्तुत किया जाएगा. मिशन निदेशक ने बताया कि संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों को अपने संबंधित सीडीएमओ की एपीएआर की समीक्षा करने के लिए अधिकृत किया गया है. इसलिए सीडीएमओ द्वारा की जा रही गतिविधियों की निगरानी करने की आवश्यकता है. सीडीएमओ को संबंधित डीएमएस की स्वीकृति के बिना स्टेशन नहीं छोड़ना है या छुट्टी पर नहीं जाना है.
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