झालावाड़. जिले को एक बार फिर से ऑक्सीजन की बड़ी सौगात मिली है. यूके से विश्व के सबसे बड़े स्ट्रैटेजिक कार्गो विमान से भिजवाया गया ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट झालावाड़ के मेडिकल कॉलेज में पहुंच चुका है. इसे अब दो से तीन दिन में इंस्टॉल भी कर दिया जाएगा, जिससे जिले में ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जा सकेगा. इस जनरेशन प्लांट से प्रति मिनट 500 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन होता है.
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झालावाड़ जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम से 3 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भारत भिजवाए गए थे. ऐसे में उनको कार्गो विमान से दिल्ली उतारा गया. जहां से एक असम, एक अजमेर और एक झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया, जिसको एनडीआरएफ की टीम ने एस्कॉर्ट कर झालावाड़ पहुंचा दिया है. 2 से 3 दिन में इससे ऑक्सीजन का उत्पादन भी शुरू हो जाएगा, जिससे झालावाड़ जिलेवासियों को बड़ी राहत मिलेगी.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने मार्च में झालावाड़ के जिला अस्पताल में 90 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन करने वाले प्लांट का उद्घाटन किया था. इसके अलावा हाल ही में एक अन्य ऑक्सीजन प्लांट लगाने की स्वीकृति भी सरकार ने दी थी. ऐसे में अब यूके से प्रति मिनट 500 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाला प्लांट मिल गया है, जिससे झालावाड़ को बड़ी राहत मिलेगी.
वहीं, झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. शिव भगवान शर्मा ने बताया कि जिले में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की वजह से ऑक्सीजन की खपत बढ़ती जा रही थी. ऐसे में केंद्र सरकार ने झालावाड़ में यूके से आया हुआ ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भिजवाया है, जो कि हम सबके लिए बेहद ही राहत की खबर है. इससे कोरोना के मरीजों के इलाज में बेहद लाभ मिलेगा.
एनडीआरएफ की बटालियन के इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि ऑक्सीजन जनरेशन प्लांटस को अस्पतालों तक पहुंचाने का काम एनडीआरएफ की 8वीं बटालियन कर रही है. ऐसे में एनडीआरएफ की टीम ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को लेकर दिल्ली से रवाना हुई थी और अजमेर में तैनात एनडीआरएफ टीम के कुछ सदस्य पहले ही झालावाड़ मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे. ऐसे में उन्होंने ट्रक को गाइड करते हुए झालावाड़ के मेडिकल कॉलेज में पहुंचाया है.