जैसलमेर. जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय कारोबारियों ने एक अनूठी पहल की है. जैसलमेर में स्पाइसजेट ने हाल ही में 28 जनवरी से अपनी हवाई सेवा बंद कर दी है. हवाई सेवा जारी रखने के लिए होटल और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग आगे आए हैं. इन लोगों का कहना है कि हवाई सेवा जारी रखने के दौरान कंपनी को होने वाले घाटे की क्षतिपूर्ति पर्यटन व्यवसायी मिलकर करेंगे. यह संभवत देश का पहला मामला है, जहां स्थानीय लोग हवाई सेवा जारी रखने के लिए इस तरह आगे आए हैं.
जिला कलेक्टर आशीष मोदी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और पर्यटन व्यवसायी इसी प्रयास में लगे हैं कि विमान कंपनी हवाई सेवा सुचारू रखें. इस संबंध में जब कंपनी से बात की गई तो उनकी ओर से बताया गया कि पहले सब्सिडी मिलती थी, लेकिन अब वह नहीं मिल रही है. ऐसे में यात्री भार कम रहा तो कंपनी को बड़ा नुकसान होने की आशंका है. ऐसे में स्थानीय पर्यटन व्यवसायी आगे आए और 2 दिन कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई. एक के बाद एक कारोबारी ने कहा कि वह भरपाई करने के लिए तैयार है.
जानकारी के अनुसार, कंपनी का यदि नुकसान होता है, तो उसकी भरपाई का 25% होटल सूर्यगढ़, 15% होटल मैरियट के साथ सम वेलफेयर सोसाइटी, प्रिया होटल, एयरपोर्ट टैक्सी यूनियन, होटल रंग महल और अन्य पर्यटन से जुड़े व्यवसायी मिलकर करेंगे. जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने हवाई सेवाओं को पुनः जारी रखने को लेकर कहा कि पिछले कुछ समय से लगातार इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. पर्यटन व्यवसायी भी कंपनी के नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए आगे आए हैं और वो एक एमओयू साइन करेंगे. जिसके तहत टिकट बिक्री से जितनी आवक होगी, उसके अतिरिक्त पोस्ट ऑपरेशन में जो भी शेष रहेगा, वो पर्यटन व्यवसायी देने को तैयार है.
उन्होंने बताया एमओयू को लेकर कार्य किया जा रहा है और जल्द ही एमओयू साइन होने के बाद उम्मीद है कि 10 दिन में फ्लाइट्स पुनः शुरू हो जाएगी. गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से जैसलमेर का पर्यटन व्यवसाय कोरोना के चलते मंदी की मार झेल रहा था. लेकिन, पिछले कुछ दिनों से पर्यटकों की अच्छी आवक से पर्यटन व्यवसाय फिर से पटरी पर लौटा है. लेकिन, हवाई सेवाएं बंद होने के चलते उन्हें एक बड़ा झटका लगा है और उससे उबरने के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय पर्यटन व्यवसायी प्रयासरत है.