डूंगरपुर : भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) को राज्य पार्टी का दर्जा मिल गया है. बीएपी के सांसद राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी और सभी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को धन्यवाद दिया.
उन्होंने लिखा कि "निर्वाचन आयोग ने भारत आदिवासी पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा प्रदान किया है. इसके लिए पार्टी के सभी सदस्य और कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं. यह उपलब्धि उन सभी की कड़ी मेहनत का परिणाम है, जिन्होंने पार्टी के लिए अथक प्रयास किए और कम समय में इस दर्जे को हासिल कराया." राजकुमार रोत के इस पोस्ट के बाद उनके समर्थकों ने उन्हें बधाई दी. राज्य पार्टी का दर्जा मिलने के बाद बीएपी का प्रभाव भाजपा और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों के साथ बराबरी पर आ गया है. हाल ही में बीएपी ने जयपुर में अपने प्रदेश कार्यालय का उद्घाटन भी किया था.
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राज्य पार्टी का दर्जा मिलने का कारण : भारत आदिवासी पार्टी के पास राजस्थान में एक सांसद और चार विधायक हैं. इनमें बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से राजकुमार रोत सांसद हैं. इसके अलावा पार्टी के विधायक चोरासी से अनिल कटारा, आसपुर से उमेश डामोर, धरियावद से थावरचंद डामोर और बागीदौरा से जयकृष्ण पटेल हैं.
निर्वाचन आयोग द्वारा भारत आदिवासी पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त होने पर पार्टी के समस्त पदाधिकारी, कार्यकर्ता व मतदाताओं को धन्यवाद, जिन्होंने B.A.P. पार्टी के लिये रात-दिन मेहनत करके बहुत कम समय में पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा दिलवाने में अपना अमूल्य योगदान दिया।… pic.twitter.com/8GuF7Qh9sV
— Rajkumar Roat (@roat_mla) January 11, 2025
बीएपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने उम्मीदवार उतारे और चौरासी, आसपुर और धरियावद सीटों पर जीत दर्ज की. इसके बाद, लोकसभा चुनाव में चौरासी से विधायक राजकुमार रोत सांसद बने. बागीदौरा और चौरासी दोनों सीटों पर उपचुनाव में भी बीएपी ने सफलता हासिल की. इस तरह से महज एक साल में पार्टी की स्थिति मजबूत हुई है.