जैसलमेर. काफी लंबे समय से राजकीय जवाहर चिकित्सालय में मौजूद वेंटिलेटर और आईसीयू यूनिट स्टाफ की कमी के चलते बंद पड़ा था. जिसके बाद अब वह शुरू हो गया है, जिसका लाभ स्थानीय मरीजों और और खासतौर पर कोरोना संक्रमितों को मिल रहा है.
जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने बताया कि पिछले लंबे समय से पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सकों की कमी के चलते वेंटिलेटर जो बंद थे अब वो नियमित रूप से संचालित किए जा रहे हैं. जिला कलेक्टर ने बताया कि चिकित्सकों की भर्ती के बाद और पैरामेडिकल स्टाफ को आईसीयू यूनिट संचालित करने के प्रशिक्षण के बाद इन्हें संचालित किया जा रहा है.
वेंटिलेटर और आईसीयू यूनिट के संचालन शुरू होने के बाद कोरोना के शुरुआती दौर के जो मामले आ रहे हैं. उन्हें अब यहीं पर उपचार प्रदान किया जा रहा है. जिला कलेक्टर ने बताया कि जैसलमेर जिले में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मामलों में भी लगातार गिरावट आई है और पिछले कुछ समय से जिले में कोरोना संक्रमित किसी मामले में मौत दर्ज नहीं हुई है.
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हालांकि, उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे मामलों में मौत जरूर हुई है, जो समय पर उपचार के लिए नहीं आए और बाद में वे अपने स्तर पर जोधपुर या बीकानेर उपचार के लिए गए. जिसको समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण उनकी मौत हो गई. साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह प्रयास किया जाएगा कि इस प्रकार की मौतों पर अंकुश लगाया जाए.
गौरतलब है कि जैसलमेर जिले में कोरोना काल के शुरुआती दौर में राजकीय जवाहर चिकित्सालय में 10 वेंटिलेटर लाए गए थे, लेकिन स्टाफ की कमी के चलते उनका संचालन नहीं हो पा रहा था. वहीं अब उनके संचालन के बाद कोरोना मरीजों को इसका लाभ मिल रहा है.