जैसलमेर. स्वर्णनगरी जैसलमेर पर्यटन के लिए विश्वविख्यात है लेकिन पिछले लंबे समय से कोरोना के चलते यहां पर्यटन व्यवसाय बिल्कुल थम सा गया था और जैसलमेर के सभी पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा पसरा हुआ था लेकिन अब दीपावली के बाद यहां पर्यटक आना शुरू हो गया है.
दीपावली जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय के लिए खुशियों का पैगाम लेकर आई है. बात करें तो इन दिनों सोनार किले, गड़ीसर झील, हवेलियों और सम के रेगिस्तान में काफी संख्या में पर्यटक देखे जा हैं और सैलानी भी लंबे समय बाद अपने घरों से बाहर निकलकर जैसलमेर यात्रा पर आए हैं.
ऐसे में वे इसे अपने-अपने तरीके से खास बनाने में जुटे हैं. कई पर्यटक गड़ीसर झील में नौकायन का लुत्फ उठाते, राजस्थानी परिवेश में फोटो खिंचवातें, तो कहीं खरीदारी करते दिखाई दे रहे हैं.
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वहीं पर्यटकों की माने तो उनका कहना है कि लोग कोरोना के चलते कई दिनों से अपने घरों में ही थे. ऐसे में वो बाहर आना चाहते थे. इसीलिए उन्होंने जैसलमेर को चुना क्योंकि यहां कोरोना संक्रमण कम है और जनसंख्या घनत्व भी, साथ ही यहां के पर्यटन स्थल भी मनमोहक है.
नियम की पालना नहीं करनेवालों पर कार्रवाई की मांग
जैसलमेर आए पर्यटकों का कहना है की घरों से बाहर निकल कर घूमने जाना चाहिए लेकिन इस दौरान कोरोना गाइडलाइन की पूरी पालना करनी चाहिए. उनका कहना है कि अधिकांश पर्यटक मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं लेकिन कई पर्यटक कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे हैं. जिसके लिए जिला प्रशासन को कोई ठोस कदम उठाने चाहिए.
पर्यटन से जुड़े लोगों को मिलने लगा रोजगार
जैसलमेर के स्थानीय टूरिस्ट गाइड ने बताया कि लंबे समय बाद जैसलमेर में पर्यटकों का आना शुरू होने से पर्यटन से जुड़े लोग जब तक बेरोजगार थे. उन्हें अब रोजगार मिलना शुरू हो गया है और उन्हें उम्मीद है कि अब लगातार पर्यटन यहां आएगा और आगामी दिसम्बर महीने में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो.