जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय का प्रसिद्ध इंटरनेशनल घूमर फेस्टिवल इस बार 5 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है. इस फेस्टिवल के लिए भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की यूनिवर्सिटी के साथ ही इंग्लैंड और नाइजीरिया के छात्रों से भी संपर्क किया गया है, लेकिन अब तक सिर्फ नेपाल से ही टीम से ही कंफर्मेशन मिल पाई है.
1995 से शुरू हुए राजस्थान यूनिवर्सिटी के घूमर फेस्टिवल में इस बार भले ही 25 टीमें पार्टिसिपेट कर रही हैं, लेकिन घूमर फेस्टिवल के नाम के साथ जुड़ा इंटरनेशनल शब्द सिर्फ नेपाल टीम की वजह से सार्थक हो पा रहा है. डीएसडब्ल्यू (डीन) डॉ नरेश मलिक ने बताया कि नेपाल से कंफर्मेशन आ चुकी है. वहां से 18 प्रतिभागी और दो शिक्षक आ रहे हैं. इसके अलावा इंग्लैंड, नाइजीरिया, भूटान की टीमों को बुलाने की कोशिश की जा रही है, ताकि वहां के प्रतिभागी भी इंटरनेशनल घूमर फेस्टिवल से जुड़े.
गायकों की प्रस्तुति भी होगी : उन्होंने बताया कि इसके अलावा यूपी, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, कश्मीर और राजस्थान की करीब 25 टीमों की कन्फर्मेशन आ चुकी हैं. करीब 10 से 15 यूनिवर्सिटी के और शामिल होने की संभावना है. ऐसे में इस बार का घूमर फेस्टिवल ऐतिहासिक होगा. उन्होंने बताया कि इस घूमर फेस्टिवल को यादगार बनाने के लिए 3-4 सिंगर्स के प्रोग्राम आकर्षण का केंद्र रहेंगे. इसके अलावा कुछ फिलर्स भी रहेंगे, जिसमें बाहर से आने वाले छात्र अपनी स्थानीय कला को प्रदर्शित कर सकेंगे.
नरेश मलिक ने बताया कि बीते दिनों यूनिवर्सिटी में यूथ फेस्टिवल में बैतबाजी प्रतियोगिता सबसे ज्यादा आकर्षक और चर्चा का विषय रही थी. इस बार भी करीब 35 अलग-अलग इवेंट्स होंगे. इसके साथ ही अपनी अलग पहचान रखने वाला मिस्टर और मिस घूमर कंपटीशन भी होगा. फेस्टिवल में म्यूजिक, डांस, पेंटिंग, एक्टिंग के सोलो ग्रुप कंपटीशन भी होंगे. कार्यक्रम के लिए यूनिवर्सिटी को आमंत्रण भेजा गया है, उस पत्र में 'पधारो म्हारे देश' स्लोगन भी लिखा गया है. राजस्थान की इसी परंपरा के मद्देनजर बाहर से आने वाले प्रतिभागियों, मेहमानों को जयपुर भ्रमण भी कराया जाएगा, ताकि वो जयपुर की यादों को अपने साथ लेकर जाएं. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में फिलहाल यूजी के एग्जाम चल रहे हैं, लेकिन घूमर के दौरान कोई परीक्षा नहीं है.